धारूहेड़ा नगर पालिका के वाइस चेयरमैन पद पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह समर्थित सत्यनारायण उर्फ अजय जांगिड़ ने कब्जा जमाया। बैठक में 17 में से 16 पार्षद पहुंचे, जबकि एक सुमित्रा देवी गैर हाजिर रही। उपस्थित पार्षदों ने निर्विरोध तरीके से उप प्रधान का चुनाव कर लिया।
राव विरोधी गुट ने चुनाव से पहले बाजी पलटने का प्रयास भी किया था, मगर कामयाबी हाथ नहीं लगी। ऐनवक्त पर सत्यनाराण सभी पार्षदों का साथ पाने में सफल रहे। इस चुनाव को लेकर राव के खासम-खास सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल व राजनैतिक सचिव रवि यादव भी धारूहेड़ा कॉम्प्लेक्स में मौजूद रहे तथा लगातार पार्षदों से संपर्क साधे रखा। बता दें कि अब प्रधान का पद रिक्त है। चुनाव होने तक उप प्रधान ही कार्यवाहक प्रधान के तौर पर कामकाज देखेंगे।
तीन गाडियों में पहुंचे पार्षद, जांगिड़ के नाम का प्रस्ताव
चुनाव के लिए एसडीएम रेवाड़ी रविंद्र यादव को रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया गया था। तय समय 11 बजे के हिसाब से वे नगर पालिका पहुंच गए। इस दौरान 3 गाड़ियों में सवार नगर पार्षद पहुंच गए। निर्धारित समय पर ही मीटिंग शुरू हो गई। एसडीएम ने चुनावी औपचारिकताएं पूरी की। बैठक की शुरूआत ही में सत्यनाराण जांगिड़ के नाम का प्रस्ताव रखा गया।
इस पर बैठक में मौजूद सभी 16 पार्षदों ने हाथ उठाकर समर्थन किया। विरोध में भी एक भी पार्षद नजर नहीं आया। महज 20 मिनट में ही उप प्रधान के चुनाव की यह औपचारिकता पूरी हो गई। राव द्वारा चुनाव के लिए विशेषतौर से सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल की ड्यूटी लगाई थी, उनके साथ राजनैतिक सचिव रवि यादव भी रहे। जैसे ही जीत राव खेमे में आई तो पार्षदों को बधाई देते हुए मिलकर धारूहेड़ा के विकास की बात कही।
जीत पर बोले... ये एकजुटता की जीत, सुधारेंगे वार्डों के हालात
जीत के साथ ही नव चयनित उप प्रधान सत्यनारायण उर्फ अजय जांगिड़ ने कहा कि ये उनके अकेले की जीत नहीं है, बल्कि एकजुटता का नतीजा है कि उन्हें काम करने का सौभाग्य मिला है। केंद्रीय मंत्री के साथ ही सहकारिता मंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि धारूहेड़ा में दूषित पानी के भराव की बड़ी परेशानी है।
इस समस्या को हल कराने के लिए वे इस मामले को उठाएंगे। वार्डों के हालात भी सुधारेंगे। पालिका स्तर पर जो काम हो सकेंगे, उन पर हाउस में सहमति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी पार्षदों को साथ लेकर चलेंगे।
रणनीति काम कर गई... टूर ने नहीं टूटने दिए पार्षद
रेवाड़ी नगर परिषद के उपप्रधान चुनाव के वक्त पार्षदों की एक राय बनाना राव खेमे के लिए चुनौती नजर आने लगा था। विरोधी गुट सक्रिय हुआ तो बुलाई गई पहली बैठक में चुनाव अधिकारी ही नहीं पहुंचे। अगली बैठक के दौरान भी कड़ा मुकाबला रहा था, आखिर श्याम सुंदर चुघ ने बाजी मारी।
धारूहेड़ा के मामले में शुरूआत में ही 17 में से 10 से ज्यादा पार्षद एकजुट हो गए थे। रणनीति के तहत पार्षदों को जम्मू-कश्मीर की वादियों में भ्रमण के लिए भेज दिया गया। मंगलवार रात को सभी दिल्ली में ठहरे। बुधवार को आते ही जांगिड़ के नाम पर मुहर लगा दी। भ्रमण पर जाने के चलते विरोधियों को पार्षदों से संपर्क साधने तक का पूरा मौका नहीं मिल पाया। शुरूआत में 5 पार्षदों का दावा किया था, मगर ये नाकाफी थे।
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