रेवाड़ी शहरवासियों के लिए यह खबर बड़े काम की है। अगर आप या आपका पूरा परिवार किसी भी काम से घर का लॉक लगाकर शहर से बाहर जा रहे हैं तो इसकी सूचना संबंधित थाना और चौकी में जरूर दें। पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी ऐसे मकानों की निगरानी रखेगी। दरअसल, रेवाड़ी पुलिस ने बढ़ती चोरी की वारदातों को रोकने के लिए यह प्रयास शुरू किया है, क्योंकि पिछले तीन महीने के दौरान जिले में अनगिनत चोरी की वारदातें हुई हैं। इनमें सबसे ज्यादा चोरी उन्हीं मकानों में हुई, जो सूने पड़े मिले। इसलिए पुलिस ने इन वारदातों पर अंकुश लगाने की कोशिश के तहत यह पहल की है।
35 दिनों में 20 से ज्यादा वारदातें
पूरे सितंबर माह और अक्टूबर की शुरुआत के 5 दिनों में जिले में चोरी की करीब 20 से ज्यादा वारदात हो चुकी हैं। इनमें से 13 वारदातें उन घरों में हुई हैं, जो बंद थे। दो महीने के दौरान रेवाड़ी पुलिस ने चोरी करने वाले कई बड़े गिरोह काबू किए, जिसके बाद पुलिस को लगा कि अब वारदातें रुक जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वारदातें लगातार होती जा रही हैं। इससे साफ है कि जिले में चोरी करने वाले कई गिरोह एक्टिव हैं।
पुलिस को दें सूचना: डीएसपी
डीएसपी अमित भाटिया के अनुसार, जिला पुलिस ने कुछ माह के दौरान घरों में चोरी करने वाले कई गिरोह पकड़े हैं। हालांकि कुछ वारदातें अब भी हो रही हैं। इन वारदातों को रोकने के लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। यदि कोई व्यक्ति परिवार के साथ बाहर जा रहा है तो वह इस बारे में संबंधित पुलिस थाना या चौकी में सूचना दे सकता है। पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी उस जगह की निगरानी करेगी।
सूने मकान होते हैं टारगेट पर
रेवाड़ी में हर दिन कोई न कोई चोरी की वारदात हो रही हैं। इनमें सबसे ज्यादा वारदातें शहर के भीतर ही हो रही हैं, जहां पुलिस दिन और रात दोनों समय पैट्रोलिंग पर होने का दम भरती है। लेकिन इसके बावजूद चोरी की वारदातें रुक नहीं रही हैं। पिछले तीन महीने का रिकॉर्ड चेक किया जाए तो घरों में चोरी के कई कारण सामने आए है।
सबसे बड़ा कारण सूने मकान चोरों के निशाने पर होना है। इन मकानों की चोर पहले से ही रेकी कर लेते हैं और फिर वारदात को अंजाम देते है। पिछले सप्ताह पुलिस ने ऐसे ही गिरोह के 5 सदस्यों को पकड़ा था, जिनका काम बंद मकानों में चोरी करना था। कुछ समय पहले धारूहेड़ा में पकड़े गए चोर गिरोह ने चोरी की 9 वारदातें की थी। सभी वारदातें बंद घरों की रेकी करने के बाद की गई थीं।
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