इनेलो विधायक अभय चाैटाला ने दो करोड़ रुपए से अधिक के साथ गिरफ्तार किए गए हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर के बहाने CM मनेाहर लाल खट्टर और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को घेरा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कॉन्ट्रैक्ट, डीसी रेट और चपरासी से लेकर एचसीएस अधिकारी तक की नौकरियां रुपए लेकर बेची जा रही हैं। ‘ना पर्ची ना खर्ची’ का नारा तो ढोंग मात्र है। सभी को पता कि नौकरी कांड में चर्चा में आए जसबीर सिंह पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के कार्यकाल से ही HPSC से जुड़े हैं। अभय ने मांग की कि 2014 के बाद बीते सात साल में की गई भर्तियों की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जाए।
कांग्रेस राज से शुरू हुआ
चौटाला ने शनिवार को कहा कि सरकार के संरक्षण के बगैर सरकारी नौकरियों को बेचने का खेल संभव नहीं है। घोटाले में जिस सॉफ्टवेयर एजेंसी का नाम आया है, उसके मालिक जसबीर सिंह भूपेंद्र हुड्डा के मुख्यमंत्री कार्यकाल में HPSC से जुड़ा। मतलब साफ है कि नौकरियां बेचने का काम कांग्रेस सरकार में शुरू हुआ और अब भाजपा सरकार के संरक्षण में बदस्तूर जारी है। आरोपी जसबीर का मुख्यमंत्री आवास पर कितना आना-जाना था? वहां कौन से सीएमओ के अधिकारियों से मिलता था? इसकी जांच कराई जाए।
एचसीएस की सीट का रेट 5 करोड़ रुपए
अभय चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार में कॉन्ट्रैक्ट, डीसी रेट और चपरासी से लेकर एचसीएस अधिकारी तक की नौकरियां रुपए लेकर बेची जा रही हैं। पुलिस कांस्टेबल की नौकरियां 15 लाख रूपए में बेची गई। अब लोगों में यह चर्चा आम है कि एचसीएस की एक सीट के लिए पांच करोड़ रुपए लिए जा रहे हैं। सीएम मनोहर ईमानदार हैं तो भर्तियों की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज से कराएं।
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