किसान आंदोलन के हॉटस्पॉट में से एक सिंघु बॉर्डर आज एक अलग मामले को लेकर चर्चा में है। सिंघु बॉर्डर से लगे हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में एक युवक की अंग-भंग लाश बैरिकेड पर लटकी मिलने से सनसनी फैल गई। दरअसल 35-36 साल के युवक लखबीर सिंह को निहंगों ने बेरहमी से मार दिया। पहले उसके हाथ-पैर काटे, उसे रस्सी से बांधकर 100 मीटर तक घसीटा और जब तड़प-तड़पकर उसका दम निकल गया तो निहंगों ने लाश किसान आंदोलन के मंच के सामने बैरिकेड से लटका दी।
दलित था मृतक लखबीर
लखबीर सिंह पंजाब के तरनतारन जिले के चीमा खुर्द गांव का रहने वाला था और जाति से दलित था। बताया जा रहा है कि उसकी नशे की लत के चलते पत्नी जसप्रीत तीन बेटियों को लेकर पांच साल पहले मायके चली गई थी। तब से लखबीर अपनी बुआ के घर रह रहा था। निहंगों का आरोप है कि लखबीर ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की, इसलिए उसे जान से मार दिया। निहंगों के इस कबूलनामे का वीडियो भी सामने आ चुका है।
निहंगों ने पुलिस को लाश उतारने से रोका, मीडिया को भी धमकाया
बीती रात करीब 3.30 बजे हुई इस घटना की जानकारी सुबह 5 बजे मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो निहंगों ने लाश उतारने से रोक दिया। मीडियापर्सन फोटो लेने लगे तो उन्हें भी धमकी दी गई कि फोन जेब में डाल लें। बाद में किसान नेता बलदेव सिरसा मौके पर पहुंचे तो पुलिस को डेड बॉडी उतारने दी गई। इसके बाद पुलिस ने लखबीर का शव सोनीपत के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। मौके पर कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई, लेकिन पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली तो अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और पुलिस जांच के सिलसिले में चीमा खुर्द गांव पहुंची है।
निहंग ठान चुके थे कि लखबीर को जिंदा नहीं छोड़ेंगे
लखबीर पर हमले के एक वायरल वीडियो में एक व्यक्ति हाथ में डंडा लिए हुए दिख रहा है। वह दावा कर रहा है कि गुरुवार रात 3.30 बजे घोड़ों की सेवा कर रहे निहंगों ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करते युवक को पकड़ा था। इसलिए निहंगों ने युवक का एक हाथ और एक पैर काट दिया है। अगर आज गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हो जाती तो लोग कहते कि निहंग खुद तंबुओं में बैठे हैं और उन्हें गुरु महाराज की कोई परवाह नहीं है। पुलिस आएगी। उसे जो कार्रवाई करनी है कर ले, हमें किसी का डर नहीं। आज इसे यहीं मार डालेंगे।
निहंगों का आरोप- लखबीर को पैसे देकर बेअदबी के लिए भेजा गया
निहंगों का कहना है कि लखबीर को साजिश के तहत गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए भेजा गया था। इसके लिए उसे 30 हजार रुपए दिए गए थे। यहां घोड़ों की सेवा कर रहे निहंगों ने उसे पकड़ लिया और घसीटते हुए पंडाल के पास लाया गया।
लखबीर का मौत से पहले का वीडियो भी सामने आया
मौत से पहले के एक वीडियो में लखबीर खून से लथपथ तड़पता हुआ दिख रहा है। कुछ लोग उससे कह रहे हैं कि अपना नाम बताओ, कहां से आया और किसने यहां भेजा? वो कह रहा है कि सच्चे पातशाह गुरु तेग बहादुर निहंगों को मेरा वध करने की आज्ञा बख्शें और मुझे अपने चरणों में स्थान दें।
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