शिवानंद आश्रम लाकड़ भीलपुरा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के 5वें दिन के अंतर्गत पूज्य कथा व्यास आचार्य नरेशानंद महाराज ने भगवान की बाल लीलाओं का बड़े विस्तार से वर्णन किया। कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कथावाचक ने बताया कि जब जीवात्मा के जीवन में अहंकार रूपी पूतना का आगमन होता है तो परमात्मा सहज रूप से भक्त के अहंकार को नष्ट करके उसकी भक्ति को निर्वाध बना देते हैं। कथा का आयोजन संत वीतरागानंद महाराज के शिष्य स्वामी शिवानंद महाराज की अध्यक्षता में चल रहा है। यजमान के रूप में मुख्य रूप से सरपंच चौधरी बीरमपाल एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।
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