डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने डोर-टू-डोर मांगे वोट:बोले- भाजपा सरकार में हर दिन कर्मचारी वर्ग होता रहा है प्रताड़ित

हमीरपुर7 महीने पहले
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हमीरपुर में डोर-टू-डोर वोट मांगते कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा। - Dainik Bhaskar
हमीरपुर में डोर-टू-डोर वोट मांगते कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा।

हिमाचल के हमीरपुर विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि मैं स्वयं सरकारी कर्मचारी रहा हूं, इसलिए कर्मचारियों का दर्द बखूबी जानता हूं। विधानसभा चुनावों के बाद OPS की पैरवी करने के लिए पूरी तरह लड़ाई लड़ूंगा। प्रदेश के विकास में योगदान देने वाले कर्मचारी भाजपा सरकार में हर दिन आंदोलन पर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मनमानी कर कर्मचारियों को प्रताड़ित करती रही है।

कांग्रेस प्रत्याशी ने मतदान के आखिरी दिन डोर टू डोर पहुंचकर लोगों से वोट मांगे और लोगों को भरोसा दिलाया कि वह विधायक बनने पर उनकी हर समस्या हल करेंगे। उनका कहना है कि सरकारी कर्मचारी प्रदेश के विकास में रीढ़ की हड्डी समान होता है। ऐसे में सारी उम्र काम करने के बाद उनका और उनके परिवार का भविष्य भी सुरक्षित न रहे, यह पूरी तरह अन्याय है।

कर्मचारियों को पुराने वेतनमान का DA तक नहीं मिला
यही वजह है कि कर्मचारी आंदोलन करने पर मजबूर होते रहे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को पुराने वेतनमान पर DA तक नहीं मिल पाया है। राज्य सरकार लगातार कर्मचारियों के हितों के प्रति उदासीन रवैया अपनाती रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के डबल इंजन के विकास के दावों की हवा आए दिन कर्मचारियों के आंदोलन ही निकालते रहे हैं।

सरकार ने करोड़ों रैलियों पर खर्च किए
डॉ. वर्मा ने कहा कि देश में बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, व्यवसाय में मंदी, महंगी शिक्षा जैसी समस्याओं से देश का हर नागरिक परेशान होता रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार करोड़ों रुपए केवल रैलियों में भीड़ इकठ्ठी करने में ही खर्च करती रही। सरकार ने केवल कर्मचारियों की हर मांग पर कमेटी बनाकर हमेशा अपना पल्ला झाड़ा है।

उन्होंने कहा कि युवाओं को सेना में अग्निवीर बनने के पीछे युवाओं का भविष्य अंधकारमय करने का काम किया है। युवा वर्ग ऐसी योजनाओं से त्रस्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि आज वो वक्त आ गया जब जनता सरकार के उदासीन रवैए को जवाब देगी।