हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सजाए गए गांधी शिल्प बाजार में बिहार के संतोष पूनम का हुनर विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। संतोष की बनाई हुई पेंटिंग की कीमत 100 रुपए से शुरू होकर 50 हजार रुपए तक की है।
आर्टिस्ट संतोष पूनम का कहना है कि वह देश के जिन भी राज्यों में जाते हैं, उन्हें अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिलता है। यही कारण है कि वह देश के हर राज्य में लगने वाले शिल्प बाजार में अपनी बनाई पेंटिंग को प्रदर्शित करते हैं और बेचते भी हैं।
इनमें करते हैं पेंटिंग
संतोष पूनम का कहना है कि वह पेंटिंग को एक खास कागज और कपड़े से बनाए गए कागज पर बनाते हैं। कागज के अलावा वह साड़ी, दुप्पटा और सूट पर भी पेंटिंग करते हैं। उन्होंने दैनिक भास्कर से हुई एक खास मुलाकात में बताया कि वह नेचुरल कलर से पेंटिंग बनाते हैं।
इनका बनाते हैं पेंट
संतोष के अनुसार, मधुबनी पेंटिंग की खासियत यह है कि इस पेंटिंग के लिए कपड़े, कागज से लेकर कलर तक सभी हाथ से ही बनाए जाते हैं, जिसके चलते यह शुद्ध हाथ से बना हुआ उत्पाद है। उन्होंने बताया कि कलर बनाने के लिए गोगन विलिया, गेंदे का फूल, हल्दी, काजल, मोहुआ की छाल, सीन के पत्ते की जरूरत होती है।
अब तक इन राज्यों लगा चुके प्रदर्शनी
संतोष पूनम का कहना है कि वह अब तक देश के दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, हिमाचल के कुल्लू सहित सभी राज्यों में पेंटिंग प्रदर्शनी व बिक्री के लिए अपने उत्पाद सजा चुके हैं।
मधुबनी पेंटिंग की कीमत
संतोष पूनम का कहना है कि उनकी पेंटिंग के मूल्य की रेंज 100 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक की रहती है। साड़ी, सूट और दुप्पटे की बात करें तो साड़ी 5 हजार से लेकर 12 हजार रुपए तक की कीमत रहती है। दुपट्टा 1200 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक होती है। पेंटिंग किए सूट की कीमत 3500 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक रहती है।
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