लाहौल स्पीति में ठंड का सितम:अटल टनल होकर मनाली और लाहौल के बीच वाहनों की आवाजाही को रोक, अलर्ट पर प्रशासन

केलांग4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
अटल टनल पर जमी बर्फ। - Dainik Bhaskar
अटल टनल पर जमी बर्फ।

हिमाचल के जिला लाहौल स्पीति में पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय हो गया है। जिसके बाद से ग्रेटर हिमालय समेत पीर पंजाल की रेंज पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। बर्फबारी के साथ ही लाहौल के कई इलाकों में हिमखंड गिरने की संभावना बढ़ गई है। इधर हिमपात के बाद अटल टनल होकर मनाली और लाहौल के बीच वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है।

हालांकि दोपहर तक फ़ॉर वाई फ़ॉर और अन्य वाहन चैन और सेफ्टी उपकरण के साथ आवाजाही कर रहे थे। लेकिन बर्फबारी के जोर पकड़ते ही दोपहर बाद सुरक्षा को देखते हुए लाहौल स्पीति प्रशासन ने अटल टनल से आवाजाही रोक दी है। मनाली-केलांग के बीच वाहनों की आवाजाही बंद होने से अब पर्यटक लाहौल घाटी का रुख नही कर सकेंगे।

DSP मनाली हेम चंद वर्मा।
DSP मनाली हेम चंद वर्मा।

DSP मनाली हेम चंद वर्मा ने बताया कि प्रशासन ने वाहनों को बर्फबारी के कारण मनाली से लाहौल स्पीति की तरफ के लिए सड़क मार्ग पर फिलहाल बंद कर दिया गया है।

अटल टनल नार्थ पोर्टल पर जमी बर्फ
जानकारी के मुताबिक अटल टनल नार्थ पोर्टल के आसपास अभी तक 7 से 8 और साउथ पोर्टल में 15 इंच इंच तक बर्फ गिर चुकी है। DC लाहौल स्पीति सुमित खिमटा ने कहा कि बर्फबारी को देखते हुए अटल टनल होकर मनाली-लाहौल के बीच ट्रेफिक को रोक दिया गया है। वहीं मौसम विभाग की और से जारी अलर्ट का हवाला देकर आम जनता और सैलानियों से यात्रा न करने की हिदायत दी है। मौसम विभाग ने 26 जनवरी तक लाहौल स्पीति में बर्फबारी होने का अनुमान लगाया है।

दो दिनों तक खिली धूप के बाद मनाली के अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल और साउथ पोर्टल पर सुबह से ही बर्फ गिरने का दौर शुरू हो गया है। मनाली के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फ गिरने का दौर शुरू हो गया है। मनाली के कोठी पलचान, कुलंग काठी कुकडी,हिंब्री परभी में भी सुबह से ही हिमपात शुरू हो रहा है। जिला आपदा प्रबंधन ने मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर लोगो को अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने के लिए कहा है। पर्यटकों से भी भारी बर्फबारी वाले इलाकों मे ना जाने की अपील प्रशासन द्वारा की गई है।
निचले क्षेत्रों मे भी हुई बारिश शुरू
मनाली के निचले क्षेत्रों में भी बारिश शुरू हो गई है जिस तरह तापमान शून्य से नीचे तक गिर गया है, बर्फबारी निचले क्षेत्रों तक भी हो सकती है।


खबरें और भी हैं...