हिमाचल के कांगडा मे विश्व विख्यात पैराग्लाइडिंग घाटी बीड़ बिलिंग से उड़ान भरने के बाद एक सोलो पैराग्लाइडर पायलट को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी है। प्रशासन ने पायलट को ट्रेस कर लिया है। वह सुरक्षित बताया जा रहा है। पायलट ने पहाड़ों में काफी ऊंचाई पर लैंडिंग की है। यहां से नीचे आने के लिए कोई रास्ता नहीं है। इस कारण प्रशासन अब हेलिकाप्टर के माध्यम से पायलट को रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा है। हेलिकाप्टर ने दो बार उड़ान भरी है, लेकिन पायलट को रेस्क्यू करने में सफलता नहीं मिल पाई है। पायलट की पहचान आयरलैंड के लूकस के रूप मे हुई है।
उन्होंने रविवार दोपहर बाद उडान भरी थी। वह सोलो पैराग्लाइडर पायलट हैं। लेकिन उन्हें तकनीकी कारणों से पहाड़ों के बीच तांलग जोत के पास इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। उस ने हिमानी चामुंडा मंदिर से भी ऊपर की तरफ लैंडिंग की है। वहां से पायलट ने फ्रेक्वेंसी भेजकर अपनी लोकेशन की जानकारी साझा की। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
देहरादून से की गई हेलिकॉप्टर व्यवस्था
प्रशासन ने इसके बाद उसके परिजनों को सूचित किया। जिसके बाद परिजनों ने पायलट द्वारा करवाई गई इंश्योरेंस कंपनी से बात कि,जिसके बाद देहरादून से हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गई।हेलीकॉप्टर ने 2 से 3 बार उड़ान भरी है,लेकिन अभी पायलट को सुरक्षित नहीं बाहर ला पाए है।हेलीकॉप्टर के माध्यम से 8 सदस्यों की टीम को उसकी लोकेशन के पास उतारा गया है। जो पायलट को वहां से सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास करेगी। जिसके बाद पायलट को वहां से सीधा विवेका नंद हॉस्पिटल ले जाया जाएगा,ताकि वहां उसका चैकअप किया जा सके। SDM सलीम आजम ने बताया कि वो लगातार टीम से सम्पर्क बनाए हुए है।पायलट को सीधा वहां से हॉस्पिटल ले जाया जाएगा।
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