जोगिंद्रनगर की 100 मेगावाट की उहल परियोजना अटकी:निर्माण कार्य अब सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के पाले, बोर्ड के एमडी ने लिखी चिट्ठी

जोगिंद्रनगर5 महीने पहले
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टेस्टिंग के दौरान फट हुआ पेनस्टाक। - Dainik Bhaskar
टेस्टिंग के दौरान फट हुआ पेनस्टाक।

हिमाचल में जिला मंडी के जोगिन्द्रनगर.में साल के भीतर उहल चरण 3 परियोजना को शुरू करने के फरमान जारी करने वाले प्रदेश विद्युत बोर्ड के चेयरमैन पंकज डढवाल द्वारा अब परियोजना की मरम्मत व इसको शुरू करने को लेकर सतुजल जल विद्युत निगम लिमिटेड को पत्र लिखा है। जिसके बाद यह बात साफ हो गयी है कि विद्युत व्यास वैली पावर कॉर्पोरेशन ने परियोजना के निर्माण को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिये है या बोर्ड का भरोसा अपने ही विद्युत व्यास वैली पावर कार्पोरेशन पर से उठ गया है।

जल विद्युत निगम लिमिटेड को लिखा गया पत्र।
जल विद्युत निगम लिमिटेड को लिखा गया पत्र।

बोर्ड ने गेंद अब SJVN के पाले में डाली
पंकज डढवाल द्वारा ने एस.जे.वी.एन के चेयरमैन को लिखे पत्र में कहा है कि 20 जनवरी को सीएम के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि जोगिन्द्रनगर की इस उहल चरण तीन परियोजना जिसका 17 मई 20 को टेस्टिंग के दौरान पेनस्टाक फट गया था। कि मरम्मत व इसको शुरू करने का कार्य SJVN LTD को दे दिया जाये।

कम्पनी इस परियोजना को शुरू करके 5 वर्षो बाद बोर्ड को सौंप देगी। बोर्ड ने गेंद अब SJVN LTD के पाले में डाल दी है। पंकज डढवाज ने S.J.V.N.LTD से डिटेल रिर्पोट कार्यलय में सबमिट करने को कहा है। साथ ही कहा है कि वह इस बारे परियोजना के एम.डी विरेन्द्र चौधरी से सारी जानकारी प्राप्त कर सकते है। बताया जा रहा है कि S.J.V.N.LTD टीम 27 जनवरी को जोगिंद्रनगर परियोजना का दौरा करेगी।

तत्कालीन CM वीरभद्र सिंह ने किया था परियोजना का शिलान्यास
बता दें कि 432 करोड़ की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना का शिलान्यास तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह ने 2004 में किया था। वर्ष 2008 में पूरी होने वाली यह परियोजना अब 2300 करोड के पार पहुंच चुकी है। जबकि उदघाटन से पहले टेस्टिंग के दौरान 17 मई 20 को पेनस्टाक फ टने के बाद इस गुणवत्ता को लेकर स्वाल उठने शुरू हो गये थे। देखना यह होगा कि S.J.V.N.LTD परियोजना का दौरा करके क्या रुक इसके बारे अपनाती है।