कांग्रेस-BJP की राह में निर्दलीय बने रोड़े:नाचन से कांग्रेस ने नए चेहरे पर खेला दांव, भाजपा ने विनोद कुमार पर तीसरी बार जताया भरोसा

सुंदरनगर7 महीने पहले
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हिमाचल के मंडी स्थित आरक्षित नाचन विधानसभा क्षेत्र में आजाद उम्मीदवार भाजपा और कांग्रेस के चुनावी गणित पर भारी पड़ते जा रहे हैं। कांग्रेस में जहां टिकट आवंटन के विरोध में अंतर्कलह का दौर चल रहा है। वहीं, इस बार भाजपा के लिए भी राहें इतनी आसान नहीं लग रही हैं। कांग्रेस ने इस बार नाचन से नए चेहरे नरेश चौहान को मैदान में उतारा है। जबकि, BJP ने विनोद कुमार पर तीसरी बार भरोसा जताया है।

वर्ष 2017 में हुए चुनावों में भाजपा के विनोद कुमार का मुकाबला कांग्रेस के लाल सिंह कौशल के साथ हुआ था। इन चुनावों में विनोद कुमार ने कांग्रेस के लाल सिंह कौशल को करारी शिकस्त देते हुए सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया था। 2017 में 61687 वैध मतों में से 38154 वोट विनोद को जबकि लाल सिंह कौशल को 22258 मत मिले थे।

पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा के पुत्र संजू डोगरा।
पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा के पुत्र संजू डोगरा।

नाचन से 2003 में आखिरी बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की

नाचन में कांग्रेस आखिरी बार वर्ष 2003 के चुनावों में जीती थी और टेक चंद डोगरा विधायक बने थे। उसके बाद लगातार यहां से भाजपा प्रत्याशी की जीत हो रही है। 2007 में भाजपा टिकट पर दिलेराम, 2012 व 2017 में भाजपा के विनोद कुमार ने ही यहां से जीत हासिल की है। अब तीसरी बार मैदान में उतरकर हैट्रिक लगाना चाहते हैं।

लाल सिंह कौशल।
लाल सिंह कौशल।

2017 में लाल सिंह कौशल को भी मिली हार

कांग्रेस ने 2007 और 2012 के चुनावों में टेक चंद डोगरा की हार पर मंथन करते हुए वर्ष 2017 के चुनावों में लाल सिंह कौशल को टिकट दी और उनकी यहां से करारी हार हुई। इसके बाद से नाचन कांग्रेस में गुटबाजी लगातार बढ़ती गई। उसी का परिणाम है कि आज भी नाचन कांग्रेस पूरी तरह एकजुट नहीं है। दूसरे नेता जहां चुनावी मैदान में प्रचार प्रसार में जुटे हैं। वहीं, कांग्रेसी अभी तक टिकट के विरोध में जुटे हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ब्रह्म दास चौहान।
कांग्रेस प्रवक्ता ब्रह्म दास चौहान।

चर्चा है कि टिकट के दावेदार भी 25 को नामांकन भर चुनावी मैदान में कूदकर कांग्रेस के लिए संकट खड़ा कर सकते हैं। इसको लेकर दावेदार मीटिंग कर रहे हैं। जबकि, आम आदमी पार्टी की ओर से जबना चौहान भी नामांकन पत्र भरने के उपरांत लगातार जनता से संपर्क में हैं।

विनोद के लिए ज्ञान चौहान बने मुसीबत

भाजपा के लिए जहां कांग्रेस से कोई टक्कर नजर नहीं आ रही है। वहीं, भाजपा के ही बागी ज्ञान चौहान भाजपा उम्मीदवार विनोद के लिए बड़ी मुसीबत बने हुए हैं। नाचन के इस चुनावी समर में यदि क्षेत्रवाद चला तो विनोद और ज्ञान चौहान दोनों अप्पर नाचन के हैं। इससे पूर्व अप्पर नाचन में विनोद का ही सिक्का चलता था, लेकिन इस बार अप्पर नाचन के वोट बैंक पर ज्ञान सीधी सेंधमारी करेंगे।

AAP उम्मीदवार जबना चौहान।
AAP उम्मीदवार जबना चौहान।

जिसका भाजपा को नुकसान होगा। वहीं, शेष ज्यादातर उम्मीदवार लोअर नाचन के हैं, परंतु यहां से ज्यादा उम्मीदवार होने के कारण यहां के मतदाता पहले से ऊहापोह की स्थिति में लग रहे हैं। लोअर नाचन में जसवीर सिंह आजाद उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करेंगे। निचले क्षेत्र का कांग्रेस का वोट बैंक गुटबाजी की भेंट चढ़ेगा। जिसका फायदा आजाद उम्मीदवार या भाजपा को मिल सकता है।

जसवीर कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए थे, परंतु उसके कुछ दिन बाद उन्होंने AAP को भी छोड़ दिया और अब विधानसभा चुनावों में आजाद उम्मीदवार के रूप में मंगलवार को पर्चा भरेंगे। जसवीर जिला परिषद सदस्य हैं तथा निचले क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखते हैं।

जिप सदस्य जसवीर सिंह।
जिप सदस्य जसवीर सिंह।

पूर्व विधायक टेकचंद डोगरा के पुत्र संजू डोगरा कर रहे तैयारी

वहीं, कांग्रेस की ओर से टिकट के दावेदार पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा के बेटे संजू डोगरा भी पार्टी निर्णय के खिलाफ जाकर अंदरखाने नामांकन भरने की तैयारी कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल प्लेटफार्म पर एक व्यक्ति गुट नामांकन रैली में शामिल होने का निमंत्रण दे रहा है। वहीं, अन्य दावेदार कांग्रेस प्रवक्ता ब्रह्म दास चौहान, लाल सिंह कौशल, दामोदर चौहान, प्रेम लाल गुट भी अंदरखाने मीटिंग करने में जुटा है।

कांग्रेस की ओर से यहां डैमेज कंट्रोल को कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए हैं, जिसका यहां कांग्रेस को खामियाजा जबकि अन्य उम्मीदवारों को फायदा देने वाला होगा।