(दीपक जोशी) जिला सिरमौर की एकमात्र गिरी जल विद्युत परियोजना के गिरी पावर हाउस का कायाकल्प जल्द किया जाएगा। जिला के ददाहू के समीप गिरी नदी पर 70 के दशक में बांध बनाया गया था। गिरी नगर पावर हाउस में 60 मेगावाट विद्युत गृह में बिजली का उत्पादन हो रहा है। केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में साइट निरीक्षण करवाया था। जिसका प्रपोजल तैयार करके केंद्र सरकार को भेजा था। अब इस प्रपोजल को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।
वहीं परियोजना के अधिकारियों के अनुसार जल्दी ही टेंडर प्रकिया आरम्भ कर इसका कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा। जिला सिरमौर केे गिरी नदी पर 60 के दशक की एकमात्र जल विद्युत परियोजना पुरानी हो चुकी मशीनरी और बढ़ती सिल्ट की समस्या से जूझ रही है। जिसके चलते विद्युत उत्पादन पर लगातार असर पड़ रहा है। वहीं इतने वर्षों मे जटोन बैराज सहित गिरी पावर हाउस के अन्य उपकरण भी खराब हालात मे पहुंच चुके है। गिरी स्टेज वन की यह परियोजना पूर्ण उत्पादन के दौरान साढ़े 14 लाख यूनिट प्रतिदिन विद्युत उत्पादन करती है।
मगर गर्मियों मे ओर बढ़ती सिल्ट के दौरान विद्युत परियोजना को मात्र एक टरबाइन से 18 मेगावाट तक चलाने पर मजबूर होना पड़ता है। आवासीय अभियंता गिरी पावर हाउस इंजीनियर राहुल राणा ने बताया कि केन्द्रीय वित्त पावर निगम से गिरी पावर हाउस के मॉडर्नाइजेशन एवं अपग्रेडेशन के लिए 174 करोड़ का बजट पास हो गया है। इसके बाद जल्दी ही इसका जीर्णोद्धार का कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा।
इस दौरान परियोजना की सभी पुरानी मशीनरी, टरबाइन को बदला जाएगा। जबकि इसमें क्लोज सर्किट कुलिंग सिस्टम को भी स्थापित किया जाएगा जो कि सिल्ट बढ़ने के दौरान प्रतिरोधक का काम करेंगे। उन्होंने बताया कि आधुनिकीकरण के बाद परियोजना को संचालन के लिए मैनुअल सिस्टम से भी निजात मिल जाएगी। वहीं जटोन बैराज के खराब हो चुके ब्लाॅक को भी बदला जाएगा।
इस बारे में गिरी नगर विद्युत परियोजना के रेजिडेंट इंजीनियर राहुल राणा ने बताया कि केंद्र सरकार से 174 करोड़ रुपए की योजना मंजूर हो गई है। जिस पर जल्द ही टेंडर लगाए जाएंगे। बहरहाल, जिला सिरमौर की एकमात्र 60 मेगावाट विद्युत परियोजना के जल्द ही दिन बदलने वाले है।
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