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हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को लड़कियों के दो गुटों में मारपीट और गाली-गलौच की घटना सामने आई है। ये सरेआम एक-दूसरी पर थप्पड़ों और घूंसों की बारिश करती नजर आई। यह सब महिला थाने के कुछ ही दूरी पर हुआ। हालांकि, अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि लड़कियों के बीच मारपीट आखिर हुई किस बात के लिए है। वीडियो वायरल होने के बाद फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि न तो हंगामे पर उतरी महिला शक्ति ने और न ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार महिला पुलिस ने इसकी तात्कालिक गंभीरता समझी की आखिर पुलिस होती किसलिए है।
मामला कुल्लू के सरवरी का बताया जा रहा है। यहां से कुछ ही दूरी पर महिला पुलिस थाना स्थित है। मिली जानकारी के अनुसार यहां शुक्रवार को अचानक दो लड़कियों में अचानक मारपीट हो गई। ये एक-दूसरी पर थप्पड़-घूंसे और लात बरसाती नजर आई, वहीं एक ने तो दूसरी को बालों से पकड़कर जमीन पर भी पटक लिया। हालांकि तीन अन्य लड़कियां बीच-बचाव भी करती दिखी। इसी दौरान मौके पर मौजूद किसी राहगीर ने अपने मोबाइल में वीडियो भी बना लिया। इसमें लड़कियों को गाली-गलौच करते भी सुना जा सकता है।
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और पुलिस के संज्ञान में आया तो पुलिस ने तुरंत इस मामले पर कार्रवाई शुरू कर दी। अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि युवतियों के बीच मारपीट किस बात को लेकर हुई है। इस बारे में SP गौरव सिंह ने बताया कि महिला थाने में आरोपी लड़कियों के खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। सभी लड़कियां नाबालिग बताई जा रही हैं।
अब पुलिस भले ही जांच में जुटी है, पर इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि महिला थाने के ठीक पास इस तरह की घटना को अंजाम देते लड़कियों में पुलिस का रत्तीभर भी खौफ देखने को नहीं मिला। साथ ही पुलिस को भी बिना किसी शिकायत के मौके पर पहुंचना चाहिए था। आखिर पुलिस होती किसलिए है।
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