दिवाली से पहले हिमाचल की हवा जहरीली:बद्दी-नालागढ़, बरोटीवाला और पांवटा साहिब का AQI 100 पार, धर्मशाला की हवा सबसे साफ

शिमाल5 महीने पहले
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कार्बन क्रेडिट स्टेट हिमाचल में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बिगड़ना शुरू हो गया है। पटाखे जलाने से पर्यावरण में जहरीली गेस घुल रही है। इससे राज्य के चार शहरों का AQI लेवल 100 को पार कर गया है।

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की हवा ज्यादा खराब हुई है। यहां का AQI 163 है। वहीं नालागढ़ का AQI लेवल 110, बरोटीवाला का 102 और पांवटा साहिब का AQI 103 है।

100 से ज्यादा का AQI अच्छा नहीं माना जाता है। धूल के कण हवा व वायुमंडल में घुलने से AQI बिगड़ता है। इसके बढ़ने से सांस के रोगियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। 50 माइक्रो ग्राम से कम का AQI सर्वश्रेष्ठ, 51 से 100 के बीच सामान्य, 101 से ज्यादा 200 के बीच खराब, 201 से 300 के बीच बहुत ज्यादा खराब माना जाता है।

अन्य शहरों में नियंत्रण में AQI
राहत की बात यह है कि अन्य शहरों की हवा अभी साफ है। धर्मशाला का AQI सबसे बेहतर यानी 36 है। मनाली का 44, ऊना का 68, शिमला का 39 और सुंदरनगर का 49 है। इन शहरों में पटाखे फोड़े जाने के बाद हवा की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।

हवा में मौजूद जहरीले कणों को मापने का ज़रिया है AQI
AQI हवा में मौजूद जहरीले कणों को मापने का जरिया है। इसके 100 माइक्रो ग्राम से अधिक होने से इंसान के फेफड़ों पर दुष्प्रभाव पड़ने लगता है। वायुमंडल में घुलने वाली जहरीली हवाएं सांस के साथ गले, श्वास नली और फेफड़ों तक पहुंच सकती हैं। इससे खासकर अस्थमा व श्वास रोगों की शुरुआत होने का भय रहता है। धूल के कारण चर्म रोग और आंखों में जलन भी होती है।