हिमाचल प्रदेश में आग ने इस साल खूब कहर बरपा रखा है। वन अग्नि की 1077 घटनाओं में 2,19,11,908 करोड़ रुपए की वन-संपदा जलकर राख हो गई है। जंगलों में आग से 8871.40 हैक्टेयर एरिया में फैले जंगलों को आग से नुकसान हुआ है। इससे लाखों रुपए की वनस्पति के साथ साथ सैकड़ों वन्य जीव भी जलकर नष्ट हुए हैं।
धर्मशाला वन सर्किल के आग की सबसे ज्यादा 251 घटनाएं पेश आई है। इसी तरह चंबा में 168, मंडी में 162, रामपुर 147, शिमला 128, नाहन 73, बिलासपुर 36, हमीरपुर 46, कुल्लू 21, सोलन 17, धर्मशाला (वन्य प्राणी) 4, शिमला (वन्य प्राणी) 3 और शमशी में 21 वन अग्नि की घटनाएं पेश आई है।
बारिश के बाद कुछ क्षेत्रों में आग काबू में
आमतौर पर प्रदेश में अप्रैल महीने के दौरान जंगलों में इतनी आग नहीं लगती है, लेकिन इस बार भयंकर सूखे की वजह से अप्रैल में ही जंगल धधक रहे हैं। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बीते तीन-चार दिनों के दौरान बारिश के बाद आग पर कुछ काबू पा लिया गया है लेकिन जिन क्षेत्रों में बारिश नहीं हो रही वहां आग पर काबू पाना दमकल विभाग और वन विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।
वाइल्ड लाइफ सेंचुरी एरिया में भी नुकसान
शिमला और धर्मशाला में वाइल्ड लाइफ सेंचुरी एरिया में भी आग से नुकसान हुआ है। इससे जंगलों में वन्य जीवों के आवास भी तबाह हुए है।
सर्किल वाइज जले जंगल
धर्मशाला-1132.50 हैक्टेयर
चंबा--1806.58हैक्टेयर
मंडी--1027.10हैक्टेयर
रामपुर—1681.06हैक्टेयर
शिमला--1051.75 हैक्टेयर
नाहन—758.66 हैक्टेयर
बिलासपुर –390.60हैक्टेयर
हमीरपुर-- 344.60हैक्टेयर
कुल्लू-- 372 हैक्टेयर
सोलन—89.55 हैक्टेयर
धर्मशाला (वन्य प्राणी)--15 हैक्टेयर
शिमला (वन्य प्राणी) 83.50 हैक्टेयर
शमशी --118.50 हैक्टेयर
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