4 दिसंबर को हिमाचल BJP की रिव्यू मीटिंग:चुनाव परिणाम से पहले भाजपा नहीं लेना चाहती कोई रिस्क, फीडबैक के आधार पर बनाएगी प्लान-बी

शिमला4 महीने पहले

हिमाचल भाजपा अपने सभी 68 प्रत्याशियों के साथ 4 दिसंबर को शिमला में समीक्षा बैठक करेगी। यह बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप की अध्यक्षता में होगी।

बैठक में चुनाव में खड़े भाजपा के सभी नए और पुराने प्रत्याशियों से चुनाव संबंधी उनकी फीडबैक ली जाएगी। उनसे पूछा जाएगा कि चुनाव में उन्हें किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसे कौन से नेता या कार्यकर्ता रहे, जिन्होंने सहयोग नहीं किया।

वोट % पर होगी बात
बैठक में प्रत्याशियों से वोट पर्सेंटेज पर भी बात होगी। किस प्रत्याशी को किस बूथ पर कितने प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, इस पर चर्चा की जाएगी। फीडबैक के आधार पर भाजपा 8 दिसंबर को निकलने वाले चुनाव परिणाम के नजदीक पहुंचेगी। हालांकि भाजपा ने अपने बड़े नेताओं से इसकी फीडबैक ले ली है, लेकिन कुछ प्रत्याशी अभी तक अपने फीडबैक पार्टी हाईकमान को नहीं दे सके हैं।

MCD चुनाव में डटे भाजपाई
सुरेश कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव समाप्त होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता MCD दिल्ली के चुनाव में कार्य करने चले गए हैं। भाजपा के 25 से अधिक नेता दिल्ली चुनाव में काम कर रहे हैं। दिल्ली नगर निगम का चुनाव प्रचार थमने के बाद सभी प्रत्याशी वापस लौट आएंगे। इसे ध्यान में रखते हुए भाजपा ने 4 सितंबर को शिमला में बैठक तय की है।

कांग्रेस पहले ही ले चुकी प्रत्याशियों से फीडबैक
इस तरह की फीडबैक कांग्रेस पहले ही अपने प्रत्याशियों से ले चुकी है। इसी के आधार पर कांग्रेस प्रदेश में अपनी सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। इसी के आधार पर पार्टी के नेता मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं और दिल्ली दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ भाजपा में मुख्यमंत्री का चेहरा तो साफ है, लेकिन जीत को लेकर प्रत्याशियों से फीडबैक अभी ली जानी बाकी है और उसके आधार पर ही पार्टी अपना प्लान बी तैयार करेगी, ताकि भाजपा अपने मिशन रिपीट के लक्ष्य को हासिल कर सके।

प्रत्याशियों से मिलने वाली फीडबैक के आधार पर अगर पार्टी को कहीं पर भी कोई संदेह नजर आता है तो मुमकिन है कि पार्टी बागियों को अपने साथ मिला ले। हालांकि भाजपा जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है और प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की बात कर रही है।

फिर भी 8 दिसंबर को चुनाव परिणाम से पहले भाजपा किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाह रही, इसीलिए अपने एक-एक प्रत्याशी से चुनाव की फीडबैक ले रही है।