हिमाचल में 50 साल से भी अधिक समय तक कांग्रेस को अकेले अपने दम पर चलाने वाले पूर्व CM वीरभद्र सिंह बेशक इस विधानसभा चुनाव में नहीं हैं मगर कांग्रेस को उन्हीं का सहारा है। प्रदेश में लगे पार्टी के हर पोस्टर-बैनर में ‘राजा साहब’ की तस्वीर है।
कांग्रेस हाईकमान अच्छी तरह जानता है कि पहाड़ों में उनके जैसा करिश्माई नेतृत्व विरला ही मिलता है। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद हिमाचल में यह पहले विधानसभा चुनाव है और उनकी गैरमौजूदगी से पैदा हुए वैक्यूम को भरना लगभग नामुमकिन है। इसी वजह से हाईकमान ने उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को न केवल हिमाचल कांग्रेस का प्रधान बनाया बल्कि टिकट वितरण में भी काफी हद तक उनकी राय को ही महत्व दिया गया। यह भी कह सकते हैं कि कांग्रेस वीरभद्र सिंह की पत्नी और मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह को ही चेहरा बनाकर चल रही है।
वीरभद्र सिंह के होने-न होने के मायने प्रतिभा सिंह भी बखूबी समझती हैं। इसी वजह से वह कहती हैं कि पहाड़ के लोग अपने हरदिल अजीज नेता के नाम पर कांग्रेस को ही वोट देंगे। 2021 में मंडी संसदीय हलके और तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को वीरभद्र सिंह के निधन के बाद सहानुभूति वोट मिले थे और इस बार भी ऐसा ही होगा। वीरभद्र सिंह जी लोगों के दिलों में आज भी जिंदा हैं और आगे भी हमेशा जिंदा रहेंगे।
हिमाचल में कांग्रेस 5 साल से विपक्ष में है और इस पहाड़ी प्रदेश की परंपरा के हिसाब से वह इस बार बहुमत पाने की उम्मीद कर रही है। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति पर दैनिक भास्कर ने प्रतिभा सिंह से बातचीत की। प्रस्तुत है इसके प्रमुख अंश...
भास्कांग्रेस का प्रचार आगे बढ़ाने की क्या रणनीति है?
प्रतिभा सिंह : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र िसंह जी का कांग्रेस के लिए जो बलिदान और योगदान रहा, उसे आज भी लोग सहजता से याद रखते हैं। यह पहला मौका है जब हम उनके बिना मैदान में BJP का सामना कर रहे हैं। आज भी वीरभद्र सिंह जी लोगों के दिलों में समाए हैं। लोग उन्हें प्यार और सत्कार से याद करते हैं। मुझे लगता है कि उसी भाव की वजह से कांग्रेस ने पिछले साल उपचुनाव जीता। अब विधानसभा चुनाव में BJP सरकार की नाकामियां सबके सामने हैं। हमें विश्वास है कि जनता का समर्थन हमें मिलेगा और लोग कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।
भास्कर : हिमाचल में हर 5 साल बाद सरकार बदलने का रिवाज है। BJP दावा कर रही है कि इस बार ये रिवाज बदलेगा और वह रिपीट करेगी। आप क्या कहेंगी?
प्रतिभा सिंह : कांग्रेस पार्टी सशक्त होकर काम कर रही है। भाजपा रिवाज बदलने का जो दावा कर रही है, वैसा नहीं होगा। हिमाचल में इस बार कांग्रेस सत्ता में आएगी, यह बात मैं पूरे दावे के साथ कह सकती हूं।
भास्कर : कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर खूब खींचतान चली। यदि टिकट पहले दे दिए जाते तो प्रत्याशियों को प्रचार के लिए ज्यादा समय मिलता। टिकटों में हुई देरी पर क्या कहेंगी?
प्रतिभा सिंह : यह कोई पहली बार नहीं हुआ। चुनाव के दौरान टिकट आवंटन में समय लग ही जाता है। इसमें बहुत सी बातें देखनी पड़ती है। जैसे कि विनिंग कैंडिडेट कौन है? टिकट किसे दिया जाए? फील्ड में किसे उतारना सही रहेगा? वगैरह वगैरह। इसमें समय लगता ही है। जिन लोगों को टिकट मिला है, वह पहले से अपने-अपने क्षेत्र में काम कर ही रहे थे। आगे भी वह मैदान में जाकर जनता के बीच अपनी बात रखेंगे।
भास्कर: कांग्रेस में हर जिले से CM पद का दावेदार खड़ा हो रहा है। नेताओं में अंदरखाते खींचतान चल रही है। गुटबाजी हावी है। बतौर अध्यक्ष आप इससे कैसे निपटेंगी?
प्रतिभा सिंह : अभी वो वक्त नहीं आया। अभी तो हमें हमारे उम्मीदवारों को जिताना है। जब वो जीतकर आएंगे और हमारे पास बहुमत होगा तो हम सरकार बनाएंगे। उस समय की परिस्थिति कैसे होगी? क्या होगा? क्या नहीं होगा? इसका जवाब उसी वक्त दिया जाएगा। अभी तो हमें पूरा ध्यान चुनाव पर लगाना है। हमें अपने वर्करों पर और उम्मीदवारों पर पूर्ण से भी पूर्ण विश्वास है। हम अवश्य सफल होंगे।
तीसरी बार सांसद बनी हैं प्रतिभा सिंह
हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल में प्रतिभा सिंह को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। नवंबर 2021 में मंडी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ने बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की। प्रतिभा सिंह तीसरी बार लोकसभा की मेंबर बनी हैं। वह सबसे पहले वर्ष 2004 में मंडी से ही लोकसभा चुनाव जीती थीं। उसके बाद 2013 के उपचुनाव और फिर 2021 में हुए लोकसभा उपचुनाव में मंडी से सांसद चुनी गईं।
अब उन पर कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की जिम्मेदारी है।
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