• Hindi News
  • Local
  • Himachal
  • Shimla
  • Himachal Pradesh Assembly Election 2022 | BJP Did More Public Meetings Than Congress | PM Modi | JP Nada | Raj Nath Singh | Yogi Aditya Nath 

हिमाचल में BJP-कांग्रेस में रैलियों की वार:PM समेत केंद्रीय नेताओं ने की 68 जनसभाएं; प्रियंका 4 बार आईं, राहुल-सोनिया नहीं आए

शिमला7 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा-कांग्रेस के बीच चुनावी युद्ध से अलग रैली युद्ध भी देखने को मिला। 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्व CM वीरभद्र सिंह ने 84 साल की उम्र में अकेले 85 जनसभाएं की थी, लेकिन इस बार प्रदेश कांग्रेस के सभी स्टार-कैंपेनर भी इतनी जनसभाएं नहीं कर पाए। कांग्रेस के ज्यादातर राष्ट्रीय नेता एवं स्टार प्रचारक प्रेंस कॉफेंस तक सीमित रहे या इक्का-दुक्का जनसभाएं करके वापस लौट गए।

वहीं सत्तारूढ़ भाजपा ने आक्रामक प्रचार करते हुए कांग्रेस की तुलना में लगभग दोगुना जनसभाएं की हैं, लेकिन यह रैलियां वोटर्स को कितना अपने पक्ष में कर पाती हैं, यह तो 8 दिसंबर को मालूम होगा। ताकत के लिहाज से सभी दलों ने प्रचार में पूरी जान फूंकी है। कांग्रेस के राज्य व राष्ट्रीय नेताओं ने लगभग 83 रैलियां की हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने ही प्रदेश में 68 से ज्यादा जनसभाएं कर डालीं। राज्य के BJP नेताओं को मिलाकर पार्टी ने लगभग 145 छोटी-बड़ी जनसभाएं की।

कांग्रेस में प्रियंका और सचिन पायलट की ज्यादा डिमांड रही
कांग्रेस के 2 राष्ट्रीय नेताओं प्रियंका गांधी वाड्रा और सचिन पायलट की सबसे ज्यादा डिमांड रही। प्रियंका ने चुनाव की घोषणा के बाद मंडी, कांगड़ा, ऊना और सिरमौर के सतौन में एक-एक जनसभा करके राज्य के चारों संसदीय क्षेत्रों को टच किया। प्रियंका ने एक रैली चुनाव घोषणा से पहले सोलन में की।

सचिन पायलट ने की 16 रैलियां
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने प्रदेश में 16 रैलियां की हैं। इन्हें सुनने के लिए भी अच्छी भीड़ जुट रही थी। कांग्रेस हाईकमान ने सचिन को हिमाचल चुनाव का पर्यवेक्षक लगा रखा है।

सोनिया-राहुल ने किया किनारा
प्रदेश कांग्रेस को उम्मीद थी कि सोनिया गांधी और राहुल भी प्रचार करने आएंगे, लेकिन दोनों नेताओं ने हिमाचल में प्रचार से किनारा किया। हालांकि सोनियां गांधी स्वास्थ्य कारणों और राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्तता के कारण प्रदेश नहीं आ पाए। राज बब्बर, मोहम्मद अजहरुद्दीन बेशक स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल थे, लेकिन वे भी नहीं पहुंचे।

ज्यादातर नेता प्रेंस कॉफ्रेंस तक सिमटे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल, राजस्थान के CM अशोक गहलोत, हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला इत्यादि प्रचार के लिए जरूर हिमाचल पहुंचे, लेकिन इनमें से ज्यादातर प्रेस कॉन्फ्रेंस तक सीमित रहे या फिर इक्का-दुक्का जनसभाएं कर वापस लौट गए।

कांग्रेस की कैंपेन स्ट्रेटजी इनके इर्द-गिर्द रही कांग्रेस की कैंपेन स्ट्रेटजी से साफ दिख रहा था कि पार्टी का पूरा प्रचार प्रियंका, सचिन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पर फोकस्ड था। विक्रमादित्य सिंह की लगभग 15 जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ी है। वहीं प्रतिभा सिंह ने करीब 47 जनसभाएं की हैं।

भाजपा के इन राष्ट्रीय नेताओं ने संभाले रखा मोर्चा
भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारकों ने लगभग 68 बड़ी जनसभाएं कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4, गृह मंत्री अमित शाह ने 11, स्मृति ईरानी ने 9, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 5, नितिन गडकरी ने 3, जेपी नड्डा ने 20, UP के CM योगी आदित्यनाथ ने 16, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी 12 से ज्यादा जनसभाएं की हैं। राज्य के BJP नेताओं में संख्या के हिसाब से देखें तो जयराम ठाकुर ने सबसे अधिक 34 जनसभाएं कीं।

इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
हिमाचल में प्रचार में इतनी जान पहली बार किसी PM ने झोंकी है। PM मोदी के अलावा BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, जयराम ठाकुर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंद्र सिंह सुक्खू की साख सबसे ज्यादा दांव पर है।

खबरें और भी हैं...