प्रियंका गांधी के टारगेट पर BJP का 'मिशन रिपीट':हिमाचलियों को खुद्दारी याद दिलाई; 'मोदी मैजिक' को काउंटर करने के लिए 5 निशाने साधे

देवेंद्र हेटा,मंडी5 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को मंडी में ‘परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली' की। भाजपा के मिशन रिपीट को रोकने के लिए उन्होंने हिमाचलियों को खुद्दारी याद दिलाई। प्रियंका ने कहा कि हिमाचल के लोग हर 5 साल बाद सरकार बदलने का रिवाज न बदलें। हिमाचल में PM नरेंद्र मोदी के कैंपेन को काउंटर करने के लिए पहाड़ की परंपरा और संस्कृति का जिक्र करते हुए उन्होंने 5 बड़े निशाने साधे।

प्रियंका के BJP के प्रदेश का ‘रिवाज’ बदलने के नारे को काउंटर करने से साफ है कि कांग्रेस भी इसको लेकर संजीदा है। वह नहीं चाहती कि लोग इस पर भरोसा करते हुए BJP को लगातार दूसरा मौका दें। हिमाचल में BJP के CM चेहरे और मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर कटाक्ष करते हुए प्रियंका ने लोगों से कहा कि अब उन्हें जय रामजी' कह देना चाहिए।

हिमाचल में 1985 के बाद हर 5 साल बाद सरकार बदलने की परंपरा रही है। प्रियंका ने मंच से अपने भाषण में इस ‘परंपरा’ को अच्छा बताते हुए कहा कि इससे नेताओं के दिमाग ठीक रहते हैं। प्रियंका ने लोगों से सरकार बदलने की ये परंपरा जारी रखने की अपील की।

हिमाचल को बनाने में अपनी दादी इंदिरा गांधी के योगदान के बहाने इमोशनल और बाबा भूतनाथ मंदिर जाकर धार्मिक भावनाएं छूने की कोशिश की। बेरोजगारी-महंगाई के बहाने BJP के फेल्योर गिनाने के साथ ही प्रियंका ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मंच पर लाकर लोगों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि कांग्रेस जो गारंटियां दे रही है, उन्हें पूरा भी किया जाएगा।

प्रियंका ने अपनी रैली के बहाने जो 5 निशाने साधे

1. लोकल सेंटीमेंट्स को टच किया : प्रियंका गांधी ने मंडी इलाके के लोगों के लोकल सेंटीमेंट्स को भी टच किया। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले मंडी में नरोत्तम वजीर हुआ करते थे जो प्रजा से बहुत ज्यादा लगान वसूलते थे। उस समय मंडी की खुद्दार जनता ने जिस तरह नरोत्तम वजीर को बदल डाला था, ठीक उसी तरह जयराम सरकार को भी बदलना है।

2. धार्मिक भावनाएं छूने की कोशिश : छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी में पहुंची प्रियंका ने रैली में पहुंचने से पहले बाबा भूतनाथ मंदिर जाकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन भी किए। ऐसा करके उन्होंने धार्मिक कार्ड खेलने की कोशिश की।

हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है और यहां के लोग धर्म-कर्म में बहुत ज्यादा यकीन रखते हैं। भूतनाथ मंदिर पहुंचकर प्रियंका ने मंडी एरिया के लोगों की धार्मिक भावनाओं को छूने की कोशिश की।

3. दादी के बहाने हिमाचल से लगाव दिखाया : प्रियंका गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए हिमाचली लोगों को राज्य के प्रति कांग्रेस, खासकर अपने परिवार के लगाव की याद दिलाई।

हिमाचल को अपना दूसरा घर बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिए प्रियंका ने कहा कि कुछ लोग लगाव का दिखावा करते हैं जबकि इंदिरा गांधी दिल से हिमाचल से जुड़ी रहीं।

प्रियंका ने कहा कि जब इंदिरा गांधी ने हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया, तो बहुत सारे लोगों ने कहा कि पैसे की कमी की वजह से यह राज्य कैसे चलेगा? मगर इंदिरा गांधी जानती थीं कि राज्य को हिमाचल के लोग ही चलाएंगे और आज यह प्रदेश अपने लोगों की मेहनत के बूते आगे बढ़ रहा है।

4. बेरोजगारी पर मोदी-जयराम सरकार को घेरा : प्रियंका गांधी ने बेरोजगारी और महंगाई के बहाने केंद्र की नरेंद्र मोदी और हिमाचल की जयराम सरकार पर जमकर निशाना साधा। BJP पर तंज कसते हुए प्रियंका ने कहा कि देश और प्रदेश का युवा रोजगार चाहता है, लेकिन मोदी सरकार अग्निवीर योजना ले आई। नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा। जयराम सरकार नौकरियां देने में नाकाम रही। राज्य के सरकारी विभागों में 63 हजार पद खाली पड़े हैं।

प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर पहली ही कैबिनेट में एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां देने का फैसला किया जाएगा। पांच साल में कांग्रेस सरकार 5 लाख युवाओं को नौकरी देगी।

5. बघेल को लाकर वादों पर भरोसा दिलाने की कोशिश : रैली में प्रियंका से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों को संबोधित किया। दरअसल प्रियंका ने बघेल के जरिये हिमाचल के लोगों को यह यकीन दिलाने की कोशिश की कि कांग्रेस जो कहती है, उसे पूरा भी करती है। छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को लागू कर चुकी है।

हिमाचल में कर्मचारी बहुत बड़ा वर्ग है और कौन सत्ता में आएगा, काफी हद तक यही वर्ग तय करता है। हिमाचल के कर्मचारी OPS की मांग कर रहे हैं और प्रियंका ने अपनी पार्टी की सरकार बनने पर पहली ही कैबिनेट में OPS को लागू करने का वादा किया है।

जयराम को 'जय रामजी' कहना चाहिए
प्रियंका गांधी ने पहाड़ की परंपरा के बहाने BJP सरकार के फेल्योर भी गिनाए। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने पांच साल में खुद कुछ नहीं किया और जब कांग्रेस 10 गारंटियां लेकर आई तो पूछते हैं कि पैसे कहां से आएंगे?। प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस की नीयत साफ है और जिसकी नीयत साफ होती है, वह रास्ते निकाल ही लेता है।

कांग्रेस के सामने मोमेंटम को बनाए रखने की चुनौती
हिमाचल में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद प्रियंका की यह पहली रैली रही। उन्होंने चुनाव के ऐलान से पहले सोलन में एक रैली की थी। लोअर हिमाचल में भी प्रियंका गांधी की यह पहली रैली रही।

मंडी रैली में जिस तरह लोग पहुंचे, उसे कांग्रेस को अपने लिए अच्छा संकेत समझना चाहिए। कांग्रेस के नेताओं और वर्करों को भी अपने अंदर नई ऊर्जा का अनुभव करना चाहिए।

प्रियंका ने CM जयराम ठाकुर के गृहजिले में रैली कर कांग्रेस को जो मोमेंटम दिलाया है, अब हिमाचल कांग्रेस के सामने उसे बनाए रखने की चुनौती है।

खबरें और भी हैं...