किन्नौर और लाहौल स्पीति में एवलॉन्च:2 घंटे इंडो-तिब्बत NH बंद, चंद्र भागा में नदी का बहाव रुका; बर्फबारी से 263 सड़कें बंद

शिमला2 महीने पहले
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हिमाचल प्रदेश के किन्नौर और लाहौल स्पीति में गुरुवार को 2 जगह एवलॉन्च हुआ। सुबह 10 बजे के करीब टिंकू नाला में बर्फ के पहाड़ गिरने से करीब 2 घंटे इंडो-तिब्बत नेशनल हाईवे बाधित रहा। दोपहर बाद लाहौल की चंद्र भागा नदी के वामतट पर हिमखंड गिरा। इससे कुछ देर तक नदी का बहाव रुक गया।

हिमखंड का बवंडर नदी पार कर दूसरे छोर तक पहुंच गया। लाहौल स्पीति में बार-बार हिमखंड गिरने की घटनाएं पेश आ रही है। वहीं प्रदेश में बीते दो दिनों के दौरान हुई बर्फबारी से 3 NH समेत 263 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी हैं। इससे लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। इनमें से लगभग 115 सड़कें बीते 15 दिन से हिमपात की वजह से बंद है।

अंधेरे में सैकड़ों परिवार, 1024 DTR बंद
प्रदेशभर में 1024 बिजली के ट्रांसफॉर्मर (DTR) भी ठप पड़े हैं। इससे सैकड़ों परिवारों की रातें अंधेरे में बीत रही है। चंबा जिले में सबसे ज्यादा 711 DTR, हमीरपुर में 3, किन्नौर में 17, लाहौल स्पीति में 135, मंडी में 120 और सिरमौर में 55 DTR बंद पड़े हैं।

29-30 जनवरी को फिर बर्फबारी का अलर्ट
हिमाचल के अधिकतर इलाकों में आज दिनभर मौसम साफ रहा। कल भी मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 28 जनवरी को मौसम फिर से करवट बदलेगा। 29 और 30 जनवरी को दोबारा से भारी हिमपात का अलर्ट जारी किया गया है।

समुद्र तल से 8000 फीट से अधिक ऊंचे क्षेत्रों को छोड़ दें तो प्रदेश में अब तक एक भी बार अच्छा हिमपात नहीं हुआ, जबकि सर्दियों के दौरान 4500 फीट की ऊंचाई पर भी 5 से 6 इंच तक हिमपात होता है। इस बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कमजोर पड़ने से न तो अच्छी बारिश हो रही है और न ही बर्फबारी।

इन डेट पर गलत साबित हुआ अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बीते 2 दिनों के दौरान प्रदेश के अधिक ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया था। साथ ही शिमला, चंबा, मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पीति, सिरमौर, किन्नौर और लाहौल स्पीति के कम ऊंचे क्षेत्रों में भी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया था। कांगड़ा और चंबा जिले को छोड़कर अधिकतर स्थानों पर हल्की बारिश ही हुई।

इससे पहले भी मौसम विभाग ने 5 से 7 जनवरी और 11 जनवरी तक भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया था, लेकिन हर बार बरसने से पहले ही वेस्टर्न डिस्टर्बेंस कमजोर पड़ रहा है और हल्की बारिश-बर्फ के बाद मौसम साफ हो रहा है। इससे प्रदेश के किसान, बागवान, पर्यटन कारोबारी परेशान हैं।

पानी की पाइपें जमने से घरों में नहीं आ रहा पानी
अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें ज्यादा बढ़ी हैं। लाहौल स्पीति के केलांग में माइनस में तापमान की वजह से लोगों के घरों में पानी नहीं आ रहा। पानी की पाइपें जम गई हैं। स्थानीय लोग आग जलाकर इन्हें पिघलाने का प्रयास कर रहे हैं।