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हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में चांसलर और प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बुधवार काे काेर्ट की बैठक ली। इस दाैरान बैठक में नदारद रहे कुछ अधिकारियाें पर उन्हाेंने नाराजगी व्यक्त की। उन्होनें अधिकारियें को जवाबदेही और जिम्मेदारी बढ़ाने के निर्देश दिए। काेर्ट की बैठक में कुछ सदस्यों की अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की।
राज्यपाल ने वार्षिक लेखा और वार्षिक रिपोर्ट को समयबद्ध तरीके से तैयार करने पर बल दिया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए समकालीन चुनौतियों का सामना करने के लिए युवाओं में साहस और क्षमता का निर्माण करने को कहा। विश्वविद्यालय को अपनी आय बढ़ाने और अनुसंधान और विकास पर जोर देना चाहिए। ऊष्मायन केंद्र व स्टार्ट-अप्स स्थापित करना चाहिए और पेटेंट प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की कुल आय की तुलना में खर्चा बहुत अधिक है, जो अनुसंधान, नवाचार और नई परियोजनाओं के लिए बहुत कम गुंजाइश रखता है। ऐसे में हमें तीन प्रमुख तत्वों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो राष्ट्र की प्रगति में योगदान देते हैं। इनमें शिक्षा, रोजगार और सशक्तिकरण शामिल हैं।
जब देश के युवा शिक्षित होते हैं तब राष्ट्र मजबूती के साथ आगे बढ़ता हैं। एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करने का समय आ गया है और यह तभी संभव है जब युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने शैक्षणिक और अनुसंधान गतिविधियां आयोजित कर विद्यार्थियों को युवा के रूप में परिणत कर विभिन्न चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाने को कहा।
एचपीयू के पास्ट एंड फ्यूचर का विमोचन किया
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के 50 वर्ष पूरे होने पर वृत्तचित्र-एचपी यूनिवर्सिटी प्रेजेंट, पास्ट एंड फ्यूचर का विमोचन किया। उन्होंने कुलजीत का एक संशोधित संस्करण भी जारी किया। बैठक में विश्वविद्यालय न्यायालय ने वर्ष 2016-17 के वार्षिक खातों और वर्ष 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट को भी मंजूरी दी।
इस अवसर पर वीसी प्रो. सिकंदर कुमार ने राज्यपाल को सम्मानित किया और पिछले वर्ष की गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों से भी अवगत कराया। रजिस्ट्रार सुनील शर्मा, ने कार्यवाही का संचालन किया और धन्यवाद प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया।
छात्र बाेले-हाॅस्टल काे लेकर लापरवाही बरत रहा है प्रशासन
एचपीयू में कोर्ट की बैठक में जाने से पहले एसएफआई ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के स्टाफ को मांग पत्र सौंपा। एसएफआई ने मांग रखी है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को काॅलेज की तर्ज पर तुरंत प्रभाव से छात्रों के लिए खोला जाए, ताकि छात्र अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से जारी कर सकें।
इसके साथ एसएफआई ने मांग रखी कि विश्वविद्यालय प्रशासन अगले महीने से विश्वविद्यालय के अंदर पीजी की परीक्षाएं आयोजित करवाने जा रही है, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय के हॉस्टल ना तो छात्रों के लिए खोले गए हैं और ना ही नए छात्रों को हॉस्टल आवंटित किए हैं। एसएफआई के कैंपस अध्यक्ष रविंद्र चंदेल का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन हॉस्टल आवंटन को लेकर कोताही बरत रहा है। अभी तक विश्वविद्यालय को खोलने को लेकर प्रशासन कोई फैसला नहीं ले पाया है।
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