74वें गणतंत्र दिवस से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल को बड़ा सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री ने अंडमान निकोबार के 3 द्वीपों का नाम हिमाचल के 3 वीर सपूतों के नाम पर रखने की ऐतिहासिक घोषणा की है। वे 3 वीर सपूत हैं- देश के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा, कैप्टन विक्रम बत्रा और सूबेदार मेजर संजय कुमार।
प्रधानमंत्री ने पराक्रम दिवस के मौके पर अंडमान निकोबार के 21 द्वीपों के नाम परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखे हैं, जिनमें हिमाचल के 3 वीर सपूतों के नाम भी शामिल हैं। हर साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को देश पराक्रम दिवस के रूप में मनाता है।
कारगिल वॉर के हीरो विक्रम बत्रा
जिला कांगड़ा के पालमपुर से संबंध रखने वाले कैप्टन विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध में अभूतपूर्व वीरता का परिचय देते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा 7 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध में देश के लिए शहीद हुए थे। विक्रम बत्रा की शहादत के बाद पॉइंट 4875 छोटी को बत्रा टॉप का नाम दिया गया है। अब अंडमान निकोबार का एक द्वीप बत्रा द्वीप के नाम से जाना जाएगा।
मेजर सोमनाथ देश के पहले परमवीर चक्र विजेता
शहीद मेजर सोमनाथ शर्मा देश के पहले परमवीर चक्र विजेता हैं। वे जिला कांगड़ा से हैं और 3 नवंबर 1947 को श्रीनगर एयरपोर्ट के पास पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ते हुए शहीद हुए थे। थी। उनकी वीरता और बलिदान को याद करते हुए अंडमान निकोबार के एक द्वीप का नाम मेजर सोमनाथ शर्मा के नाम पर रखा गया है।
23 साल की उम्र में देश के लिए 3 गोलियां खाईं
सूबेदार मेजर संजय कुमार ने कारगिल युद्ध में एरिया फ्लैट टॉप पर कब्जा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बिलासपुर जिले के रहने वाले संजय कुमार ने कारगिल युद्ध में अपना पराक्रम दिखाया और दुश्मनों को उनके मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया। इसके लिए भारत सरकार ने उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान निकोबार के एक द्वीप का नाम इनके नाम पर रखने की घोषणा की है।
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