हिमाचल विधानसभा चुनाव की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिन में तीसरी बार हिमाचल पहुंचे। PM पहले ऊना पहुंचे जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मोदी के भीड़ के बीच पहुंचते ही जय श्रीराम और 'देखो-देखो कौन आया, शेर आया-शेर आया' के नारे गूंजने लगे।
हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर बताते रहे PM ने भी कहा कि अपनी माता-बहनों की दर्द आपका ये बेटा नहीं समझेगा तो कौन समझेगा। ऊना की जनसभा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंबा पहुंचे और वहां भी सभा की।
पहाड़ का पानी और जवानी दोनों काम में लाए: मोदी
चंबा की सभा में PM ने कहा कि 2 दिन पहले मैं महाकाल की शरण में था और आज मणि महेश की शरण में हूं। हमने इस कहावत को बदल दिया कि पहाड़ का पानी और जवानी यहां के काम नहीं आती। आज पानी और जवानी, दोनों पहाड़ के काम आ रही हैं।
बिजली प्रोजेक्ट्स और PMGSY के तीसरे चरण की शुरुआत
PM ने चंबा में रिमोट से 180 मेगावाट की बजोली पनबिजली परियोजना का लोकार्पण किया। साथ ही चांजू में 48 मेगावाट के तीन और दयोथल चांजू में 30.5 मेगावाट के हाइडल प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) का तीसरे चरण का शुभारंभ भी किया गया। इसके तहत PMGSY चरण एक और चरण दो में बनी सड़कों को अपग्रेड किया जाना है।
इससे पहले PM के दौरे को लेकर चंबा में कार्यक्रम स्थल के 10KM के दायरे में निजी और सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए।
हिमाचल की जनता बदलेगी सत्ता परिवर्तन का रिवाज
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल के लोगों ने भी पुराना रिवाज बदलने की ठान ली है। इसलिए डबल इंजन की सरकार हिमाचल में भी रिपीट करने का नया इतिहास बनाएगी।
कांग्रेस का बिना नाम लिए हुए PM ने तंज कसते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों ने 7 हजार किलोमीटर सड़कें बनाई और हमने 8 बरसों में 12 हजार किमी ग्रामीण सड़कें बना दी। हिमाचल में जब शांता जी और धूमल जी सीएम थे तो उन्हें दिल्ली में अपने हक के लिए लड़ते देखा। आज केंद्र की सरकार पहाड़ी प्रदेशों के लोगों को ज्यादा तरजीह दे रही है।
पीएम ने कहा कि भारत की आजादी का अमृतकाल शुरू हो गया है। इसमें हमे हरेक हिंदुस्तानी का संकल्प पूरा करना है। आने वाले कुछ सालों में हिमाचल की स्थापना के भी 75 साल पूरा होने वाले है। यानी जब देश की आजादी के 100 साल पूरे होंगे तो हिमाचल भी अपनी स्थापना के 100 साल का जश्न मनाएगा।
पहाड़ी क्षेत्रों में रोजगार की चुनौती पर PM ने कहा कि पावर प्रोजेक्ट से न केवल हिमाचल की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
दिल्ली में बैठे लोगों ने हिमाचल पर ध्यान नहीं दिया
इससे पहले, गुरुवार सुबह ऊना रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी हिमाचल में कनेक्टिविटी की समस्या रही। आज हिमाचल में देश की सबसे आधुनिक ट्रेन न केवल खड़ी हुई है, बल्कि दौड़ पड़ी है। दिल्ली में बैठे लोगों ने भी हिमाचल के हितों का कभी ध्यान नहीं रखा, जिसका खमियाजा यहां के भोले भाले लोगों को भुगतना पड़ा।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पूर्व सरकारों ने कभी गड्ढों को भरने का प्रयास नहीं किया लेकिन हम विकास की नई इमारतें बना रहे हैं। जो सुविधाएं पिछली शताब्दी में लोगों तक पहुंच जानी चाहिए थी, वो अब मिल रही है।
देश की चौथी सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत
वंदे भारत देश की चौथी सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। यह ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। हिमाचल के अंब अंदौरा स्टेशन से नई दिल्ली के बीच यह ट्रेन 412 किमी का सफर तय करेगी। यह ट्रेन बुधवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी। इससे दिल्ली और ऊना के बीच की दूरी साढे़ 5 घंटे में तय होगी।
दिल्ली से ट्रेन के चलने का समय सुबह 5.30 बजे होगा और 11:05 पर यह अंब अंदौरा पहुंचेगी। यह ट्रेन 21 अक्टूबर से नियमित तौर पर चलने लगेगी।
PM ने "और भई ऊने आलियों' कहकर की भाषण की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने ऊना में अपने भाषण की शुरुआत लोकल बोली से की। उन्होंने "और भई ऊने आलियों, कैसे हाल चाल है त्वाडा, ठीक ठाक हो' कहकर भाषण शुरू किया। उन्होंने मां चिंतपूर्णी और गुरुनानक देव जी की धरती को प्रणाम करते हुए कहा कि विपरीत भौगोलिक परिस्थियों वाले हिमाचल का जीवन बेहद कठिन रहा है। वंदे भारत ट्रेन और सड़कों का जाल बिछने से लोगों का जीवन आसान होगा।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी कई लोगों ने न कभी ट्रेन देखी होगी न कभी सवारी की होगी। आज हिंदुस्तान की सबसे आधुनिक ट्रेन चल पड़ी है।
पहली रैली बारिश से धुली, आज तीसरी रैली 28 सितंबर को PM मोदी की मंडी में होने वाली रैली बारिश में धुल गई थी। तब PM ने दिल्ली से ही रैली को वर्चुअली संबोधित किया। उसके बाद मोदी ने 5 अक्टूबर को बिलासपुर में AIIMS का उद्घाटन किया और सभा की। उसी दिन प्रधानमंत्री ने कुल्लू इंटरनेशनल दशहरा उत्सव में भाग लिया।
5 अक्टूबर की सभा के बाद गुरुवार को मोदी ऊना और चंबा पहुंचे।
सत्तारूढ़ भाजपा के लिए संजीवनी का काम करेंगे PM के दौरे
PM के हिमाचल दौरों को सत्तारूढ़ भाजपा के लिए संजीवनी के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि यहां कभी भी आचार संहिता लग सकती है। सूत्रों की मानें तो सत्तारूढ़ भाजपा आचार संहिता लगने से पहले PM की धर्मशाला में एक और रैली प्लान कर रही है।
चर्चा यह भी है कि 15 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सिरमौर दौरे के बाद भी आचार संहिता लग सकती है। अगर PM मोदी का 16 अक्टूबर का धर्मशाला का सरकारी दौरा तय होता है तो आचार संहिता उसके बाद ही लगने की संभावना है।
5 साल पहले, वर्ष 2017 में 12 अक्टूबर को हिमाचल में आचार संहिता लागू हुई थी।
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