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हिमाचल की सुक्खू सरकार का पहला एक्शन:पूर्व बागवानी मंत्री के क्षेत्र में डिप्टी डायरेक्ट हॉर्टिकल्चर दफ्तर डिनोटिफाई; ताला जड़ा, निदेशालय बुलाया स्टाफ

शिमला5 महीने पहले
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हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार एक्शन मोड में आ गई है। राज्य सरकार ने पूर्व जयराम सरकार द्वारा खोले गए दफ्तर को बंद करने की शुरुआत कर दी है। इसी कड़ी में सोमवार देर शाम पूर्व बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के धर्मपुर चुनाव क्षेत्र में खोले गए डिप्टी डायरेक्टर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस हॉर्टिकल्चर सिद्धपुर दफ्तर पर ताला जड़ दिया गया है।

डिप्टी डायरेक्टर समेत इस दफ्तर का पूरा स्टाफ बागवानी निदेशालय शिमला बुला लिया गया है। पूरी तरह फंक्शनल दफ्तर बंद करके सुखविंदर सुक्खू सरकार ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। यह संकेत है कि आगामी दिनों में शिक्षा, स्वास्थ्य, वन, राजस्व इत्यादि विभागों के दफ्तर भी बंद किए जा सकते हैं।

राज्य सरकार ने बागवानी विभाग के इस दफ्तर को कैबिनेट के बिना ही बंद किया है, जबकि यह दफ्तर कैबिनेट की मंजूरी के बाद खोला गया था। सुक्खू सरकार ने बिना कैबिनेट के पूर्व बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के चुनाव क्षेत्र के दफ्तर में ताला जड़कर कड़ा संदेश देने का प्रयास किया है।

26 अगस्त की कैबिनेट में दी गई थी मंजूरी
पूर्व जयराम सरकार ने 26 अगस्त की कैबिनेट में धर्मपुर के सिद्धपुर में डिप्टी डायरेक्टर सेंटर ऑफ हॉर्टिकल्चर एक्सीलेंस दफ्तर खोलने को मंजूरी दी थी। 27 अगस्त को इसकी नोटिफिकेशन जारी की गई। अब इसे डिनोटिफाई करने की अधिसूचना जारी की गई है। सिद्धपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने के बाद मंडी इकलौता ऐसा जिला बन गया था, जहां बागवानी के 2 डिप्टी डॉयरेक्टर ऑफिस हो गए थे।​​​​​​

BJP सरकार द्वारा खोले गए दफ्तर बंद करने का निर्णय
गौरतलब है कि सुक्खू सरकार ने 12 दिसंबर को निर्णय लिया था कि जयराम सरकार द्वारा बीते 9 महीने के दौरान विभिन्न दफ्तर खोलने के निर्णय को रिव्यू किया जाएगा। इसके बाद सभी विभाग 9 महीने के दौरान खोले गए दफ्तर की विस्तृत जानकारी इकट्‌ठी कर रहे हैं।

पता किया जा रहा है कि कितने दफ्तर पूरी तरह फंक्शनल हो गए हैं और कितनों की घोषणाएं कागजों में है। लिहाजा अब इन्हें बंद करने से पहले कैबिनेट में चर्चा के लिए लाया जा सकता है।

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