हिमाचल के शिमला में विंटर टूरिस्ट सीजन शुरू हो चुका है। हजारों की संख्या में गाड़ियां राजधानी का रुख कर रही हैं। इस कारण सड़कों पर भयंकर ट्रैफिक जाम की स्थिति हो गई है। टूरिस्ट सीजन की अभी शुरुआत है और सड़कों पर गाड़ियां रेंगना शुरू हो गई हैं। शिमला ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के बावजूद भी जाम क्लियर नहीं हो पा रहा।
जाम की वजह से स्कूल कॉलेज जाने वाले छात्र और ऑफिस कर्मचारियों को मुश्किलें आ रही हैं। हफ्ते के सातों दिन सुबह शाम लोग 2 से 3 घंटे जाम में फंस रहे हैं। जिससे सुबह ऑफिस आने और शाम घर जाने में देरी हो रही है।
इन रूटों पर सिरदर्द बन रहा जाम
शिमला में सबसे ज्यादा जाम की परेशानी 103 से विधानसभा, छराबड़ा से ढली, संजौली से पुराना बस स्टैंड, बालूगंज से समरहिल तक आए दिन लोग जाम में फंस रहें हैं।
छात्राएं बोलीं- 11 बजे पहुंच रहे इंस्टीट्यूट
स्टैनो सीखने रोज बस स्टैंड से हिमलैंड जाने वाली वैष्णवी शर्मा बताती हैं कि जाम की वजह से 10 बजे वाली क्लास में पहुंचना मुश्किल हो गया है। रोज लेट हो जाती हैं, जिस वजह से स्टडी ठीक से नहीं हो पा रही। मंजिता ठाकुर बताती हैं कि घर से जल्दी निकलने का कोई फायदा नहीं हो रहा है। रोज गाडियों की लंबी लाइन लग रही है। नौकरी पेशा प्रेम ठाकुर बताते हैं कि रोज-रोज पैदल सफर करना मुश्किल है।
जाम के कारण 5 किलोमीटर पैदल चलना मजबूरी बन गया है। रोज का यही हाल है। शिमला की ट्रैफिक व्यवस्था कब सुचारू रूप से चलेगी कहना मुश्किल है।
DSP ट्रैफिक बोले- हमारे पास राइडर की कमी
ट्रैफिक व्यवस्था पर DSP ट्रैफिक अजय भारद्वाज का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस शहर में ट्रैफिक को सही तरह से चलाने की पूरी कोशिश कर रही है। शिमला ट्रैफिक पुलिस के पास सिर्फ 11 राइडर हैं जो पूरे शहर का जाम देख रहे हैं। कहा कि शहर के 7 थाना SHO से भी जाम को निरंतर रूप से चलाने के लिए मीटिंग की गई है।
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