सोलन में खुले में कूड़ा फेंका तो होगी कार्रवाई:नगर निगम ने गंदगी फैलाने वालों के मांगे वीडियो, स्वच्छता सर्वेक्षण में मिला है पहला स्थान

सोलन6 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
नगर निगम सोलन। - Dainik Bhaskar
नगर निगम सोलन।

हिमाचल में स्वच्छता सर्वेक्षण में पहला स्थान पाने के बाद भी सोलन शहर में जगह-जगह गंदगी पसरी पड़ी है। लोग खुले में कूड़ा डाल रहे हैं। शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए अब नगर निगम ने सख्त रुख अख्तियार किया है। खुले में कचरा फेंकना अब लोगों को भारी पड़ेगा। ऐसे लोगों की वीडियो बनाकर लोग निगम के अधिकारियों को भेज सकते हैं। जिससे कि निगम उक्त व्यक्ति पर कार्रवाई कर सके। नगर निगम की ओर से वीडियो भेजने वाले का नाम व पता गुप्त रखा जाएगा।

वार्ड क्षेत्रों में कई स्थान ऐसे हैं, जहां रोजाना कचरे के ढेर लगे रहते हैं। इसमें कांगड़ा-हमीरपुर मैत्री सभा कार्यालय के सामने सड़क, रेलवे लाइन को जाने वाली सड़क पर तो हमेशा ही ऐसे ढेर लगे रहते हैं। इसके अलावा कई वार्ड क्षेत्रों में कचरे उठाने की गाड़ियां रोजाना नहीं पहुंचती। छुट्टी वाले दिन तो गाड़ी आती नहीं। यदि दो-तीन दिन एक साथ छुट्टी हो तो स्पॉट पर कचरे के बड़े-बड़े ढेर लग जाते हैं।

कर्मियों को कूड़ा उठाने के सख्त निर्देश
नगर निगम सोलन की मेयर पूनम ग्रोवर ने कहा कि शहर के वार्डों में कूड़ा उठाने के लिए कर्मियों को सख्त आदेश दिए गए हैं। समय अनुसार कूड़ा उठाने के लिए सफाई कर्मी को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद पॉइंट पर कूड़ा फेंकने पर मनाही है। उन्होंने कहा कि अगर शहर में कोई व्यक्ति खुले में कूड़ा फेंकता है और उसका वीडियो नगर निगम के पास पहुंचता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

शहर की सुंदरता के लिए की पहल
नगर निगम ने शहर की सुंदरता और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह पहल की है। इस पहल में लोगों को भी साथ देने के लिए कहा गया है ताकि शहर को स्वच्छ रखा जा सके। वहीं, इस मुहिम के तहत आज से कार्रवाई भी शुरू हो जाएगी। बता दें कि पिछले काफी समय से शहर के लोगों से खुले में कूड़ा फेंकने वालों की शिकायतें नगर निगम सोलन को मिल रही हैं। अब नगर निगम ने यह मुहिम शुरू कर दी है।

सर्वे में दिया गया पहला स्थान
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में सोलन को 25 से 50 हजार की आबादी वाले शहरों में देश में 31वां स्थान दिया गया। जबकि हिमाचल में शहर को पहला स्थान मिला। इस तरह से जगह-जगह कचरे के ढेर मिलने से सर्वे पर भी सवाल उठते हैं।