हिमाचल में बैलेट से कम वोटिंग पर संदेह:चुनाव आयोग से शिकायत करेगी कांग्रेस, 1.27 लाख कर्मचारियों की चुनाव में लगी थी ड्यूटी

सोलन4 महीने पहले
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कांग्रेस प्रदेश सचिव एडवोकेट रोहित शर्मा।

हिमाचल विधानसभा चुनाव में बैलेट पेपर से 7 दिसंबर तक वोटिंग होगी। कांग्रेस ने कर्मचारियों के बैलेट पेपर से कम वोटिंग पर संदेह जताया है। पार्टी का आरोप है कि कई कर्मचारियों को बैलेट पेपर नहीं मिले। कांग्रेस प्रदेश सचिव एडवोकेट रोहित शर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में करीब 1.27 लाख कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगी है, लेकिन 24 नवंबर तक करीब 38 हजार कर्मचारियों ने ही वोट किया है।

उन्होंने कहा कि इतनी कम वोटिंग होना संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि कई कर्मचारियों को आवेदन करने के बावजूद बैलेट पेपर नहीं मिल पाए। इसे लेकर चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।

शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में रोहित शर्मा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 18 ऐसी विधानसभा सीटें थीं, जिनमें जीत हार का अंतर 2 हजार से कम मतों से हुआ था। जिन कर्मचारियों की चुनाव करवाने में ड्यूटी लगी है, उनको वोट डालने के लिए EDC यानी इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। जिसका फॉर्म नंबर-12 भरकर आवेदन करना था, जिसकी अंतिम तिथि 7 नवंबर तय की गई थी।

बड़ी संख्या में अंतिम समय में लगाई गई कर्मचारियों की ड्यूटी
लेकिन हैरानी की बात ये है जिन्होंने आवेदन किया उनमें से भी कई कर्मचारियों को आजतक बैलेट पेपर नहीं मिल पाए हैं। चुनाव रिहर्सल में कर्मचारियों को गाइड करने की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। फॉर्म 12 में कर्मचारियों के फोन नंबर भी दर्ज किए गए थे, फिर भी ऐसा होना संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पुलिस एवं शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की अंतिम समय में पोलिंग बूथों पर ड्यूटी लगाई गई।

वोटिंग जारी है, कर्मचारियों के बैलेट पेपर आ रहे हैं : DC
जिससे वे फॉर्म-12 प्राप्त नहीं कर पाए और वोट देने से वंचित रह गए। चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। इस मामले में DC सोलन कृतिका कुलहरी ने कहा कि आवेदन करने वाले सभी कर्मचारियों को बैलेट पेपर उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी वोटिंग के लिए समय है। कर्मचारियों के बैलट पेपर आ रहे हैं।