हिमाचल के सोलन के दी बघाट अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक को उबारने के लिए पुराने सारथी पीसी कश्यप को फिर से बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है। बैंक की BOD (बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स) ने उन्हें चीफ एडवाइजर का पद देने का फैसला लिया है। वे सोमवार को अपना पद ग्रहण कर सकते हैं।
RBI ने बघाट बैंक पर पिछले एक साल से NPA ज़्यादा होने के कारण लॉन पर पाबंदी लगाई हुई है। इसके साथ ही बैंक ने कई अनियमितताओं के चलते पिछले MD को भी पद से हटा दिया था। बैंक पर 150 करोड़ का NPA है। अब बैंक को इन समस्याओं से उबारने के लिए पुराने MD पीसी कश्यप को बतौर चीफ एडवाइजर बनाया जा रहा है।
पीसी कश्यप बैंक में पहले 27 साल सेवाएं दे चुके हैं। वह 1987 में एमडी बनकर बैंक में आए थे और 2014 में रिटायर हुए। एक बार फिर से 8 वर्ष बाद दोबारा उनकी सेवाएं ली जा रही हैं। कश्यप ने जब बैंक जॉइन किया था, तब बैंक की जमा पूंजी 25 लाख थी, लेकिन अपने कैरियर के 27 साल में उन्होंने बैंक का एंपायर 850 करोड़ तक पहुंचा दिया।
इसी कारण उन्हें फिर से बैंक में अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। बैंक के BOD के सदस्य उनके पास गए थे ओर उन्हें चीफ एडवाइजर का ऑफर दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। अब वे बैंक को पटरी पर लाने का पूरा प्रयास करेंगे। इसलिए बैंक में लोगों का पैसा सुरक्षित है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
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