हिमाचल के सोलन नगर निगम में पार्षदों की गुटबाजी का खामियाजा शहर के लोगों को उठाना पड़ रहा है। सोमवार को हुई आम बैठक से नदारद रहने वाले पार्षदों के वार्डों को विकास कार्यों के लिए 20-20 लाख का बजट जारी नहीं हुआ है। इससे उनके वार्डों में विकास कार्य ठप पड़ने की आशंका है।
नगर निगम की ओर से सभी वार्डों को विकास कार्यों के लिए 20-20 लाख रुपए का बजट जारी किया जा रहा है, लेकिन यह बजट केवल उन्हीं वार्डों को जारी हुआ, जिनके पार्षद आम बैठक में मौजूद थे। बैठक में नहीं पहुंचने वाले 6 पार्षदों को बजट जारी नहीं किया गया।
अविश्वास प्रस्ताव में शामिल रहे थे 5 पार्षद
इसमें से 5 पार्षद वह हैं जो विधानसभा चुनाव से पहले निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में शामिल थे। जबकि 11 नंबर वार्ड से पार्षद अभय शर्मा बीमारी के कारण नहीं आ पाए थे। वार्ड नंबर-3 की पार्षद रजनी, वार्ड-4 संगीता ठाकुर, वार्ड- 7 पूजा, वार्ड-10 ईशा व वार्ड-17 के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर आम बैठक में नहीं पहुंचे थे। इसमें रजनी भाजपा पार्षद हैं, जबकि बाकी कांग्रेस से हैं।
5 माह बाद हुई थी बैठक
विधानसभा चुनाव के कारण निगम की यह आम बैठक 5 माह बाद हुई थी। इसमें नहीं पहुंचने वाले पार्षदों को अब बजट के लिए अगली बैठक का इंतजार करना पड़ेगा। तब तक इन वार्डों को बजट की उम्मीद नहीं है
यह है फूट का कारण
नगर निगम सोलन में पदों को लेकर खींचतान के कारण कांग्रेस पार्षद 2 फाड़ हैं। एक गुट ने अपनी ही पार्टी के मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ मोर्चा खोला था। भाजपा के पार्षदों के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए प्रशासन को पत्र दिया था। कांग्रेस की वार्ड नंबर-4 की पार्षद संगीता, 7 से पार्षद पूजा, 10 नंबर वार्ड की पार्षद ईशा और 17 नंबर वार्ड के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर ने मेयर और डिप्टी मेयर से नाराजगी जताई थी।
निगम की मेयर पूनम ग्रोवर ने कहा कि आम बैठक में उपस्थित सभी पार्षदों को वार्डों के विकास के लिए 20-20 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। जो पार्षद बैठक में नहीं आए थे, उनके वार्डों को बजट जारी नहीं किया गया है।
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