ऊना में सजी चुनावी फील्ड:BJP को पुरानों पर भरोसा, कांग्रेस ने 3 सीटों पर नए चेहरे उतारे; अब सेंध लगाने को बिछ रही बिसात

विजय शर्मा/ऊना7 महीने पहले
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हिमाचल के ऊना जिले में चुनावी फील्ड सजने लगी है। पांचों सीटों पर दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। जहां भाजपा ने पांचों सीटों पर पुराने चेहरों पर भरोसा जताया है। वहीं, कांग्रेस ने हरोली और ऊना को छोड़कर 3 सीटों पर नए चेहरों पर दांव खेला है। समीकरण बिगाड़ने के लिए आम आदमी पार्टी और बसपा भी फील्ड में उतर चुकी है।

नामांकन के बाद प्रत्याशियों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार शुरू कर दिया है। कुछेक प्रत्याशियों ने मंगलवार को अपने नामांकन पत्र दाखिल करने हैं। 29 अक्टूबर को नामांकन वापसी का अंतिम दिन है। इसके बाद ही पांचों सीटों पर प्रत्याशियों की स्थिति क्लियर होगी।

बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सक्रिय

पांचों विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे के दुर्ग में सेंध लगाने के लिए बिसात बिछाने में जुट गए हैं। बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं। चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए कार्यकर्ताओं से बूथ ‌वाइज फीडबैक ली जा रही है। आने वाले दिनों में भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के दौरों से चुनाव प्रचार में गरमाहट आएगी। साथ ही एक-दूसरे पर तीखे शब्द बाण चलेंगे।

रूठों को मनाने में लगी भाजपा-कांग्रेस

शुरुआती दौर में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी नुक्कड़ सभाओं व डोर-टू-डोर प्रचार को तवज्जो दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी और बसपा के प्रत्याशियों ने भी प्रचार शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगा जा रहा है। साथ ही भाजपा और कांग्रेस रूठों को मनाने में लगी हैं।

20 साल से हरोली पर कांग्रेस का कब्जा

हॉट सीट हरोली पर कांग्रेस के मुकेश अग्निहोत्री और भाजपा के प्रो. राम कुमार के बीच मुकाबला है। जिस पर पिछले 20 साल से कांग्रेस का कब्जा है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री यहां से लगातार 4 बार जीत चुके हैं। यह उनका 5वां चुनाव है। वह 2012 और 2017 में भाजपा के राम कुमार को हरा चुके हैं। भाजपा ने तीसरी बार फिर राम कुमार को मुकेश अग्निहोत्री के मुकाबले में उतारा है।

जो सरकार में सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष रहे हैं।

भाजपा के राम कुमार को बल्क ड्रग पार्क का सहारा

वहीं, मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस के बड़े चेहरे हैं। प्रचार में कार्यकर्ता CM के नाम पर उनके लिए जनता से समर्थन मांग रहे हैं। जबकि, भाजपा के राम कुमार को बल्क ड्रग पार्क का सहारा है। साथ ही उन्हें भाजपा के असंतुष्ट भी मुश्किलें पैदा कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के रविंद्र मान और बसपा के नरेश कुमार भी चुनाव प्रचार में डटे हैं।

ऊना सीट पर दो ठाकुरों के बीच चुनाव जंग

इस सीट पर चुनावी जंग दो ठाकुरों के बीच में हैं। इस पर अभी कांग्रेस का कब्जा है। इस बार कांग्रेस ने सतपाल रायजादा और भाजपा ने सतपाल सत्ती पर दांव खेला है। पिछली बार सतपाल रायजादा ने भाजपा के सतपाल सत्ती को हराकर सबको चौंका दिया था। दोनों प्रतिद्वंदी एक बार फिर आमने-सामने हैं।

भाजपा प्रत्याशी सतपाल सत्ती।
भाजपा प्रत्याशी सतपाल सत्ती।

जहां सतपाल सत्ती 5 साल में हुए विकास को मुद्दा बना रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के सतपाल रायजादा अपनी कारगुजारी का जनता को हिसाब दे रहे हैं। आप ने यहां से राजीव गौतम भी टिकट दिया है। जो पूर्व विधायक वीरेंद्र गौतम के बेटे हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा।
कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा।

कुटलैहड़ सीट पर 32 वर्षों से भाजपा काबिज

इस बार भाजपा प्रत्याशी एवं ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने नए चेहरे देवेंद्र कुमार भुट्‌टो को चुनाव मैदान में उतारा है। जो कभी वीरेंद्र कंवर के दाहिने बाजू रहे हैं। पिछले 5 साल से कांग्रेस में हैं। यहां वीरेंद्र कंवर लगातार 4 बार विधायक हैं। यह उनका 5वां चुनाव है। लगभग 32 वर्षों से कुटलैहड़ विधानसभा में भाजपा का कब्जा है।

भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र कंवर।
भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र कंवर।

इसे ऊना जिले में भाजपा का सबसे मजबूत दुर्ग माना जाता है। यहां कांग्रेस अपनों की वजह से चुनाव में हारती रही है। इस बार कांग्रेस के नए चेहरे देवेंद्र कुमार भुट्‌टो उन्हें कितनी चुनौती पेश करते हैं, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं। फिलहाल उन्हें असंतुष्टों को प्रचार में साथ चलाने की चुनौती है। कई नेता अभी प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्‌टो।
कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्‌टो।

चिंतपूर्णी सीट पर फिलहाल भाजपा का कब्जा

चिंतपूर्णी आरक्षित सीट पर अभी भाजपा का कब्जा है। इस बार भाजपा ने यहां फिर से बलबीर चौधरी पर भरोसा किया है। जबकि, कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप कुमार का टिकट काटकर युवा चेहरे सुदर्शन बबलू पर दांव खेला है। जो कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। शुरुआती दौर में भाजपा के बलबीर चौधरी को चुनौती देने के साथ-साथ कांग्रेस के सुदर्शन बबलू अपनों से भी जूझना पड़ा रहा है।

भाजपा प्रत्याशी बलबीर चौधरी।
भाजपा प्रत्याशी बलबीर चौधरी।
कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन बबलू।
कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन बबलू।

गगरेट सीट पर दूसरी बार BJP के राजेश ठाकुर मैदान में

गगरेट विधानसभा पर भाजपा का कब्जा है। भाजपा के राजेश ठाकुर दूसरी बार फिर से चुनाव मैदान हैं। जबकि, इस बार कांग्रेस ने राकेश कालिया की जगह नए चेहरे चैतन्य शर्मा पर दांव खेला है। चैतन्य शर्मा लोअर भंजाल वार्ड से जिला परिषद सदस्य हैं और उत्तराखंड के पूर्व चीफ सेक्रेटरी के बेटे हैं।

भाजपा प्रत्याशी राजेश ठाकुर।
भाजपा प्रत्याशी राजेश ठाकुर।

फिलहाल कांग्रेस के चैतन्य शर्मा को पहले रूठों को मनाकर साथ चलाने की चुनौती है। क्योंकि पूर्व विधायक राकेश कालिया अभी उनके साथ नहीं आए हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी चैतन्य शर्मा।
कांग्रेस प्रत्याशी चैतन्य शर्मा।
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