हिमाचल CM की रेस में मुकेश अग्निहोत्री:वीरभद्र सिंह के करीबी होने का फायदा मिला; हरोली में कांग्रेस नेता की पुराने प्रतिद्धंदी से टक्कर

विजय शर्मा, ऊना7 महीने पहले
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पंजाब से सटे ऊना जिला के लिए हिमाचल विधानसभा का चुनाव इस दफा बड़े मायने रखता है। वैसे भी यह नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का गृह जिला है। वह कांग्रेस के वरिष्ठ और तेजतर्रार नेताओं में से हैं, जो 5 साल भाजपा सरकार को विधानसभा के भीतर से लेकर बाहर तक घेरते रहे हैं। अब चुनाव में मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस की तरफ से CM के संभावित चेहरों में से एक हैं।

चुनाव प्रचार के दौरान भी मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल में ताज बदलने का दम भर रहे हैं। उनके भाजपा और CM जयराम ठाकुर पर लगातार ताबड़तोड़ हमले जारी हैं। प्रचार में इसी आक्रामक शैली का उन्हें फायदा भी मिल रहा है। क्योंकि कांग्रेस की तरह से CM के दावेदार के रूप में उनका नाम भी प्रमुखता से उछल रहा है। इसके राजनीतिक गलियारों में भी चर्चे हैं। वहीं, मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी हैं, जो हरोली छोड़ कर प्रदेश के दूसरे जिला में पार्टी प्रत्याशियों के प्रचार के लिए जा रहे हैं।

मुकेश पर ऊना जिले की 5 सीटों के साथ-साथ हिमाचल के दूसरे जिलों में भी कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने का दारोमदार है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने उन्हें दूसरी जगहों पर चुनाव प्रचार के लिए हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराया है। दिन में मुकेश अग्निहोत्री दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे। गुरुवार को भी उन्होंने देहरा में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। फिर देर शाम अपने हरोली क्षेत्र के कांगड़, हरोली और बट्टकलां में जनसभाएं कर रहे।

बट्टकलां में मुकेश अग्निहोत्री गुरुवार रात को प्रचार करते हुए।
बट्टकलां में मुकेश अग्निहोत्री गुरुवार रात को प्रचार करते हुए।

मुकेश अग्निहोत्री का राजनीतिक करियर

राजनीति से पूर्व मुकेश अग्निहोत्री पत्रकारिता में थे। 2003 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर संतोषगढ़ विधानसभा क्षेत्र (डि-लिमिटेशन में नाम बदलकर हरोली) से पहली बार चुनाव लड़ा था। वह पहली बार ही विधानसभा में पहुंचने में सफल रहे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह हरोली लगातार विधानसभा से चुनाव जीतते आ रहे हैं। पूर्व वीरभद्र सरकार में उद्योग, श्रम व रोजगार, संसदीय मामले और सूचना एवं जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले चीफ पार्लियामेंटरी सेक्रेटरी (CPS) के पद पर रहे।

2017 के विधानसभा चुनाव के बाद मुकेश अग्निहोत्री को पूर्व CM वीरभद्र सिंह के करीबी होने का फायदा मिला, जिससे उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया, फिर नेता प्रतिपक्ष का ओहदा मिला। इसके बाद मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस की आवाज को बुलंद रखा। उन्होंने भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, कर्ज, पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले और अन्य मुद्दों पर घेरे रखा। वहीं, उपचुनाव में उनकी पार्टी को विधानसभा की 3 और लोकसभा की एक सीट पर जीत दिलाने में अहम भूमिका रही।

हरोली में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री गुरुवार रात को जनसभा को संबोधित करते हुए।
हरोली में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री गुरुवार रात को जनसभा को संबोधित करते हुए।

पुराने प्रतिद्धंदी से मुकाबला
हरोली में इस दफा भी कांग्रेस के मुकेश अग्निहोत्री का मुकाबला भाजपा के प्रोफेसर राम कुमार से है, जो पुराने प्रतिद्धंदी हैं और मुकेश अग्निहोत्री से 2 बार पहले चुनाव हार चुके हैं। तीसरी बार फिर से उनका चुनाव में मुकेश अग्निहोत्री से सामना हो रहा है। मुकेश के CM की रेस में होने की वजह से हरोली की हॉट सीट पर चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है।

यहां CM फैक्टर प्रचार में साफ दिख रहा है। वहीं, भाजपा में टिकट न मिलने से अंदरखाते कुछ नेता नाराज हैं। कुछ भाजपा नेता तो दूसरे क्षेत्रों में प्रचार करते नजर आ रहे हैं। दूसरी तरफ मुकेश समर्थक भी प्रचार के दौरान CM कार्ड को जोर शोर से उछाल रहे हैं, जिसका चुनाव में कांग्रेस को लाभ मिल सकता है।

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