हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की गगरेट विधानसभा के पूर्व विधायक राकेश कालिया ने चुनाव के बीच सनसनी फैला दी है। उन्होंने सनसनीखेज दावा है कि कांग्रेस ने गगरेट विधानसभा सीट का टिकट 14 करोड़ रुपए में बेचा। यही नहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस का ही शुक्ला नाम का एक नेता शामिल है।
कालिया ने भंजाल में जनसभा के दौरान खुलेआम यह दावा किया। कालिया ने कहा कि उनका टिकट कटा नहीं, बल्कि कांग्रेस ने इसे बेच दिया। इस बीच कांग्रेस के भीतर इन आरोपों को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। कालिया की जनसभा का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस बचाव की मुद्रा में आ गई है। कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि जिन्हें टिकट नहीं मिलता, वह ऐसे ही आरोप लगा देते हैं।
कालिया ने झंडे के अपमान के चलते कांग्रेस छोड़ी
कालिया ने कहा कि आज ऊपर नीला झंडा YSP का लगता है और कांग्रेस का झंडा नीचे लगता है। इसी शर्मिंदगी को देखते हुए उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया है। यह अपमान उनसे बर्दाश्त नहीं हुआ। नेताओं के टिकट तो कटते हैं, कोई बात नहीं। एक जगह से कट गई तो दूसरी जगह एडजस्ट हो गए।
भाजपा प्रत्याशी की तारीफों के पुल बांधे
वीडियो में राकेश कालिया भाजपा प्रत्याशी राजेश ठाकुर की प्रशंसा करते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपका नुमाइंदा बहुत सिंपल आदमी है। पहले मैं सोचता था कि यह आदमी गड़बड़ वाला होगा, लेकिन यह सीधी बात करता और सुनता है। मेरी तरह किसी अधिकारी को नहीं डांटता।
भाजपा की सरकार बनने का दावा किया
पूर्व विधायक ने कहा कि मैं राजेश ठाकुर के साथ आ गया हूं और इन्हें चुनाव जिताना है। हिमाचल में फिर से भाजपा की सरकार बन रही है। चुनावी सर्वे भी भाजपा के फेवर में हैं। हालांकि, वह पहले सर्वे पर भरोसा नहीं करते थे, लेकिन उत्तराखंड और पंजाब में सर्वे सटीक साबित हुए हैं।
25 अक्टूबर को छोड़ दी थी कांग्रेस
बता दें कि राकेश कालिया ने गगरेट से टिकट कटने के बाद 25 अक्टूबर को कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने मुबारिकपुर की जनसभा में हिमाचल भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना की मौजूदगी में भाजपा जॉइन की थी।
आरोप गलत : कांग्रेस प्रभारी
हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि जिन नेताओं को टिकट नहीं मिलते है, वह बड़ी आसानी से टिकट बेचने के आरोप लगा देते है। कांग्रेस में 70 साल तक ऐसा कभी नहीं हुआ। राकेश कालिया के टिकट बेचने के आरोप गलत है।
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