हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की नंगल सलांगड़ी सहकारी सभा में लगभग 74 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। इसके लिए फर्जी दस्तावेज बनाए गए, फिर कई खाता धारकों के नाम पर फर्जी ऋण लेकर राशि का गबन किया गया। साथ ही जो ऋण अदायगी की गई, उसका पैसा भी सभा सचिव ने बैंक में जमा नहीं कराया।
स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो ऊना के DSP डीसी वर्मा ने बताया कि मामले में धीरज कुमार और अन्य आरोपियों के विरूद्ध धारा 406, 409, 467, 468, 471 और 120B और HPPSCP एक्ट 1983 की धारा 28 के तहत केस रजिस्टर्ड किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
असिस्टेंट रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटी ऊना को भी शिकायत
बता दें कि नंगल सलांगड़ी की संघर्ष समिति के प्रधान श्याम चंदेल और अन्य सदस्यों ने स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के थाना में सहकारी सभा के सचिव धीरज कुमार और प्रबंधक कमेटी के सदस्यों के विरूद्ध लोगों की जमा पूंजी का गबन करने पर शिकायत सौंपी थी। एक शिकायत असिस्टेंट रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटी ऊना को दी थी।
एक्शन लेते हुए विजिलेंस ने मामले की जांच की तो पता चला कि सहकारी सभा के सचिव धीरज कुमार ने प्रबंधक कमेटी के प्रधान रघुवीर सिंह, उपप्रधान इकबाल सिंह, कोषाध्यक्ष योगराज और सभा सदस्य शशि पाल के साथ कथित मिलीभगत करके जाली दस्तावेज तैयार किए। इस दौरान कई सदस्यों के नाम पर फर्जी ऋण दिखाकर जमा पूंजी का गबन किया गया।
जांच में यह सब बातें सामने आईं
वहीं, संबंधित विभाग द्वारा करवाए ऑडिट से कई व्यक्तियों के लोन को नियमानुसार न दिए जाने की बात पता चली। साथ ही कई ऋण जाली दस्तावेजों के आधार पर दिए गए। जांच में पाया गया कि कई खाता धारकों ने या तो ऋण लिया नहीं और या फिर कम ऋणों को सभा के रिकॉर्ड में अधिक करके दर्शाया गया। कई ऋणों की अदायगी बताई गई, जिनका पैसा सचिव धीरज कुमार ने बैंक में जमा ही नहीं कराया। इस तरह धीरज कुमार व अन्यों द्वारा लगभग 74 लाख रुपए का गबन करने की बात पता चली।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.