उधारी बढ़ी तो दुकानदारों ने खड़े किए हाथ:राज्य में 38,481 केंद्रों को 7 माह से नहीं मिली राशि, 15.21 लाख बच्चों के पोषाहार पर संकट

बोकारो4 महीने पहले
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आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन के इंतजार में बच्चे। - Dainik Bhaskar
आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन के इंतजार में बच्चे।

झारखंड के 38481 आंगनबाड़ी केंद्रों को 7 माह से पोषाहार राशि नहीं मिली है। ये केंद्र उधार पर चल रहे हैं। पर, अब दुकानदार भी उधार देने में आनाकानी कर रहे हैं। ऐसे 3 से 6 साल उम्र के लगभग 15.21 लाख बच्चों काे मिलनेवाला पोषाहार बंद हो सकता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को प्रतिदिन ताजा नाश्ता और गर्म भोजन (पूरक पोषाहार) दिया जाता है। लेकिन जुलाई 2022 से किसी भी केंद्र में पोषाहार राशि नहीं दी गई है। गिरिडीह, हजारीबाग, गोड्‌डा, साहिबगंज और चाईबासा ऐसे जिले हैं, जहां फरवरी 2022 से ही राशि नहीं मिली है।

समाज कल्याण आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के अनुसार सरकार से पैसा नहीं मिलने के बावजूद सेविकाओं ने दिसंबर 2022 तक दुकानों से उधार सामान लेकर बच्चों को निवाला खिलाया, पर अब दुकानदारों ने उधार देने से मना कर दिया है। जनवरी के अंतिम सप्ताह में एक माह का पैसा भेजा गया है। इससे बच्चों को पोषाहार देना संभव नहीं है।

ऐसे समझें... बच्चों के पोषाहार पर प्रति महीने कितना खर्च

सरकार की ओर से पोषाहार के लिए प्रति बच्चा 10.94 रुपए प्रतिदिन मिलता है। एक बच्चे पर माह में 328.20 रुपए खर्च होते हैं। इस तरह राज्य के 15.21 लाख बच्चों को हर माह 4.56 करोड़ रुपए का पोषाहार दिया जाता है, यानी साल में 54.76 करोड़ खर्च होते हैं। 7 महीने से आंगनबाड़ी केंद्रों को पाेषाहार के करीब 31.95 करोड़ रुपए देना बाकी है। वहीं, दो साल से आंगनबाड़ी केंद्र भवन का किराया नहीं मिला। सहायिकाओं को केंद्र से मिलने वाला मानदेय सितंबर 2022 से बाकी है।

यह भी जानें... प्रति बच्चे पर कितनी मिलती है राशि

सामग्री राशि अरहर दाल 1.72 सूजी 0.35 सरसो तेल 0.40 चीनी 0.27 गुड़ 0.57 बादाम 3.30 सामग्री राशि चना 1.59 घी 1.32 आलू 0.54 नमक-मसाला 0.25 हरी सब्जी 0.50 जलावन 0.13

पूरक पोषाहार देने की महत्वपूर्व योजना

आंगनबाड़ी केंद्र महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना है। बच्चों और गर्भवती में कुपोषण कम करने के लिए पूरक पोषाहार दिए जाते हैं। इसके तहत आंगनबाड़ी केंद्र आने वाले बच्चों को भोजन देने के अलावा 7 माह से 3 साल तक के 1423600 बच्चे, 249154 गर्भवती को सूखा पोषाहार दिया जाता है।

अब उधार मिलना भी बंद ​​

आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के प्रयाग यादव ने कहा कि राशि नहीं मिलने से सेविकाएं परेशान हैं। दुकानदार उधार नहीं दे रहे हैं। केंद्र चलाना मुश्किल हो गया है। मकान का किराया व मानदेय भी 2 साल से नहीं दिया गया है।

जल्द मिल जाएगी राशि: सिंह

समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशक सुमन सिंह ने बताया कि पोषाहार की राशि जल्द ही मिल जाएगी। राशि विभाग से जिलाें को भेज दिया गया होगा। जल्द ही सेविकाओं को राशि दे दी जाएगी।