गलती से मजदूर का आधार महिला के अकाउंट लिंक हुआ:एक लाख निकाले, गिरफ्तार हुआ तो बोला- मुझे लगा PM पैसे भेज रहे हैं

पश्चिमी सिंहभूम2 महीने पहले
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बीड़ी मजदूर जीतराय ने SP को पत्र लिख बैंक अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। - Dainik Bhaskar
बीड़ी मजदूर जीतराय ने SP को पत्र लिख बैंक अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

झारखंड में एक बीड़ी मजदूर का आधार नंबर गलती से एक महिला के बैंक अकाउंट के साथ लिंक हो गया। मजदूर उस अकाउंट से पैसे निकाल कर खर्च करता रहा। 2 साल तक उसने अकाउंट से 1 लाख रुपए से ज्यादा पैसे निकाल लिए। महिला को जब इसका पता चला तो उसने बैंक मैनेजर से शिकायत की।

जांच के बाद 42 साल के बीड़ी मजदूर जीतराय सामंत को 24 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया। जब उससे पूछा गया कि पैसे क्यों निकाले, तो उसने कहा, "मुझे लगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे खाते में पैसे भेज रहे हैं। अब पैसे लौटा नहीं सकते। हम इतने सक्षम नहीं हैं।"

मजदूर जीतराय सामंत ने बताया कि उसे लगा प्रधानमंत्री उसके अकाउंट में पैसे भेज रहे हैं।
मजदूर जीतराय सामंत ने बताया कि उसे लगा प्रधानमंत्री उसके अकाउंट में पैसे भेज रहे हैं।

कॉमन सर्विस सेंटर पर पता चला आधार दूसरे अकाउंट से लिंक है

यह घटना झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले की है। बैंक कर्मचारियों की लापरवाही से जीतराय सामंत का आधार किसी दूसरी महिला के अकाउंट से जोड़ दिया गया। जीतराय कॉमन सर्विस सेंटर गया तो उसे पता चला कि उसके आधार के साथ अकाउंट लिंक है, जिसमें पैसे हैं। सामंत लगातार पैसे निकालता रहा। पुलिस के मुताबिक, एक बैंक कर्मचारी भी इस मजदूर को पैसे निकालने में मदद कर रहा था।

जिस महिला के अकाउंट से सामंत का आधार लिंक हुआ था। उसका नाम लागुरी है। उसे जब पता चला कि उसके अकाउंट से धीरे- धीरे पैसे गायब हो रहे हैं तो पिछले साल सितंबर में उसने झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के प्रबंधक से शिकायत की।

प्रबंधक ने अधिकारियों को पत्र लिखा और गलती का पता चलने पर सामंत से पैसे वापस लेने का आदेश दिया। सामंत पैसे देने में असमर्थ था। अक्टूबर में उसके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई।

मजदूर ने 2 दिसंबर 2022 को मामले को खत्म करने के लिए SP को आवेदन दिया था।
मजदूर ने 2 दिसंबर 2022 को मामले को खत्म करने के लिए SP को आवेदन दिया था।

बैंक अधिकारी पर बीड़ी मजदूर को प्रताड़ित करने का आरोप
बीड़ी मजदूर जीतराय ने एसपी के पास आवेदन भी दिया था कि बैंक के अधिकारी उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे हैं। मजदूर ने कहा कि सितंबर महीने में बैंक ने गलत अकाउंट से मेरा आधार लिंक होने की जानकारी दी। साथ ही कहा कि मुझे एक लाख रुपए लौटाने होंगे। सामंत ने उसके खिलाफ दर्ज केस को रद्द करने की मांग की। साथ ही कहा कि जिस अधिकारी की लापरवाही से गलत आधार लिंक हुआ, उस पर कार्रवाई की जाए।

मुझे लगा लॉकडाउन में पीएम पैसे भेज रहें

सामंत ने एसपी को दिए आवेदन में लिखा कि कोरोना के पहले फेज में इलाके में चर्चा थी कि लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री बैंक खाते में पैसे डाल रहे हैं। मैं भी अपने खाते की जानकारी लेने पहुंचा तो पता चला कि उसमें एक लाख रुपए हैं। जरूरत के हिसाब से 2-4 महीनों में मैंने वो रुपए निकाल लिए।

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