डीआरडीए प्रशिक्षण भवन हॉल में कुपोषण उपचार परियोजना सह पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। बताते चले कि जिले में चिन्हित कुपोषित बच्चों का सम्पूर्ण इलाज के लिए डीएमएफटी अन्तर्गत नूट्रिशनिस्ट, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट एवं एमआईएस एक्सपर्ट कर्मियों की संविदा आधारित नियुक्ति की गई है। इस योजना के तह्त सम्पूर्ण जिलें में कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर बच्चों का सम्पूर्ण इलाज तथा पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराया जाना है।
योजना के सफल क्रियान्वयन के निमित्त नवचयनित नूट्रिशनिस्ट, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट कर्मियों को तथा सेविका - सहायिका एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण का उद्घाटन उपविकास आयुक्त उत्कर्ष गुप्ता, जिला परिषद अध्यक्ष ममता देवी, सांसद प्रतिनिधि निर्भय ठाकुर, जिला परिषद उपाध्यक्ष बृज किशोर तिवारी, डीआरडीए निदेशक अरूण कुमार एक्का, सिविल सर्जन डॉ श्याम नंदन सिंह, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरजमुनी कुमारी एवं जेएसएलपीएस के डीपीएम ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलित कर किया ।
उपायुक्त अबु इमरान ने ऑनलाइन कार्यक्रम में जुड़कर कार्यक्रम के उद्देश्य पर परिचर्चा करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम जिले में मील का पत्थर साबित हो सकता है। जिला प्रशासन डीएमएफटी मद से जिले के सूदूरवर्ती क्षेत्रों में कुपोषण से ग्रसित बच्चों को चिन्हित करने एवं उन्हें सम्पूर्ण स्वस्थ आहार प्रदान करने के उद्देश्य से इस योजना का शुभारंभ किया गया है । यह योजना सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर जिले में क्रियान्वयन किया जाना है।
चयनित प्रशिक्षणार्थियों को उपायुक्त ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इन पांच दिनों में ध्यान पूर्वक एवं पूरी लग्न से प्रशिक्षण प्राप्त करें।उप विकास आयुक्त ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रशिक्षणार्थियों से लग्न पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने को कहा ।
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