सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त:दावा- महिला वार्ड में 8:30 बजे आवाजाही बंद, सच- देर रात तक आ-जा रहे लाेग; गार्ड नदारद

धनबाद2 वर्ष पहले
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एसएनएमएमसीएच में ज्यादातर जगहों पर सुरक्षा गार्ड नजर नहीं आए। लोग बिना रोक-टोक के वार्डों में आते-जाते रहे। एक दिन पहले ही दावा किया गया था कि रात में लोगों के आने-जाने पर रोक रहेगी, लेकिन ऐसा कहीं नजर नहीं आया। - Dainik Bhaskar
एसएनएमएमसीएच में ज्यादातर जगहों पर सुरक्षा गार्ड नजर नहीं आए। लोग बिना रोक-टोक के वार्डों में आते-जाते रहे। एक दिन पहले ही दावा किया गया था कि रात में लोगों के आने-जाने पर रोक रहेगी, लेकिन ऐसा कहीं नजर नहीं आया।
  • एसएनएमएमसीएच में भर्ती मरीज से ज्यादती के बाद सुरक्षा चाक-चाैबंद करने का दावा 24 घंटे में ही ध्वस्त
  • टीम अस्पताल के विभिन्न वार्डाें में गई और कहीं किसी ने नहीं राेका

एसएनएमएमसीएच में भर्ती युवती के साथ रविवार की रात ज्यादती की गई। उसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने वहां सुरक्षा-व्यवस्था सख्त करने का दावा किया। वार्ड के बाहर नाेटिस लगा दिया गया कि रात 8:30 बजे गेट काे बंद कर दिया जाएगा। अंदर मरीज के साथ एक अटेंडेंट रह सकेंगी। फिर नर्स के अलावा काेई वार्ड में नहीं जा सकेगा।

हालांकि, यह दावा 24 घंटे बाद ही ध्वस्त हाे गया। दैनिक भास्कर ने बुधवार काे देर रात मामले की पड़ताल की। टीम अस्पताल के विभिन्न वार्डाें में गई और कहीं किसी ने नहीं राेका। अन्य लाेग भी वार्डाें में बेराेक-टाेक आते-जाते दिखे। वार्डाें में प्रवेश के सभी दरवाजे पहले की तरह खुले थे। अंदर मरीजाें के साथ एक से अधिक अटेंडेंट भी माैजूद थे।

देर रात सिर्फ 5 गार्ड मिले

टीम ने रात 11 बजे के बाद अस्पताल में गार्डाें का जायजा लिया। परिसर में कुल पांच जवान ही मिले। इमरजेंसी में तीन, अधीक्षक आवास, गायनी वार्ड में एक-एक गार्ड मुस्तैद दिखे। वहीं,ओपीडी की सुरक्षा में काेई नहीं दिखा। इमरजेंसी के इंट्री प्वाइंटर पर जिला पुलिस के दाे जवान और अस्पताल में बने बैरक में जिला बल के 4 जवान मिले।

इधर, अस्पताल में रेप के अाराेपी का डीएनए टेस्ट कराएगी पुलिस

एसनएमएमसीएच के महिला वार्ड में भर्ती युवती से ज्यादती के मामले में पकड़े गए आराेपी एंबुलेंस चालक संजय दास का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। पुलिस इसके लिए काेर्ट में आवेदन देगी। साथ ही, साक्ष्य जुटाने के लिए अस्पताल के अधीक्षक काे पत्र लिखकर वहां लगे सीसीटीवी फुटेज की मांग करेगी। उससे पता चल सकेगा कि आराेपी किस तरह से पीड़िता काे वहां से ले गया था, उसके साथ काेई और भी ताे नहीं था।

मेडिकल जांच हुई, रिपोर्ट का इंतजार

इधर, पुलिस के आवेदन पर बुधवार काे पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई। गायनी विभाग की एचओडी डाॅ प्रतिभा राय ने बताया कि अब तक पूरी जांच रिपाेर्ट नहीं आई है। रिपाेर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हाेगी। उसकी जानकारी पुलिस काे दे दी जाएगी। इसके पहले मंगलवार काे पुलिस के कहने पर पीड़िता की शारीरिक जांच कराई गई थी।

कुल 30 गार्डाें की 3 शिफ्टाें में है ड्यूटी

एसएनएमएमसीएच में सुरक्षा के लिए कुल 30 हाेमगार्ड जवान तैनात हैं, यानी एक शिफ्ट में 10 गार्ड। सुबह 6 से दाेपहर 2 बजे, 2 बजे से रात 8 बजे और रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक का शिफ्ट तय है। एक गार्ड अस्पताल के अधीक्षक कार्यालय और एक उनके आवास पर तैनात है। बाकी 8 गार्ड में से दाे काे अस्पताल के मुख्य सड़क पर व रात काे एक-एक गार्ड काे जीएनएम व एएनएम हाॅस्टल में, एक गार्ड काे ओपीडी में रजिस्ट्रेशन काउंटर पर, एक काे ब्लड बैंक (सिर्फ दिन में), एक गायनी विभाग, एक पार्किंग और दाे या तीन गार्ड काे इमरजेंसी में तैनात किया जाता है।