जलापूर्ति बाधित:मैथन में रोज कड़क रही बिजली, धनबाद को नहीं मिल रहा पानी, इसका असर जलापूर्ति पर

धनबाद2 वर्ष पहले
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  • थंडरिंग पर गुल हो जाती है बिजली
  • एक सप्ताह पर शहर में जलापूर्ति बाधित हाे रही

मैथन में बिजली कड़क रही है और इसका असर धनबाद की जलापूर्ति पर पड़ रहा हैं। लगातार एक सप्ताह पर शहर में जलापूर्ति बाधित हाे रही है। इसकी वजह थंडरिंग होने पर डीवीसी द्वारा बिजली सप्लाई रोक देना है। विद्युतापूर्ति बंद होने से मैथन स्थित इंटेकवेल से धनबाद काे भेजा जाने वाले पानी की सप्लाई रुक रही है।

मैथन इंटेकवेल में बिजली कटाैती की वजह से बुधवार काे शहर के मेमकाे, स्टीलगेट व चीरागाेड़ा जलमीनार से दाेपहर के बाद जलापूर्ति हुई। डीडब्ल्यूएसडी के अधिकारियाें के अनुसार मंगलवार रात मैथन स्थित इंटेकवेल में घंटाें बिजली गुल हाेने पर भेलाटांड़ स्थित डीडब्ल्यूएसडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और यहां से शहर की जलमीनाराें तक देर से पानी पहुंचने के कारण जलापूर्ति प्रभावित हुई। बिजली कटौती अक्सर हो रही है। इस वजह से राेजाना शहर की 19 जलमीनार में से किसी न किसी में देर से जलापूर्ति हाे रही हैं। ज्यादा देर हाेने से कुछ जलमीनाराें से जलापूर्ति ठप रह रही हैं।

थंडरिंग पर अर्थिन फाॅल्ट हाेने से बंद हाे रही सप्लाई, मरम्मत में लग जाता है व

डीवीसी के अफसराें के अनुसार मैथन इंटकवेल में हाल के दिनाें में कटाैती बढ़ने की वजह थंडरिंग हैं। माैसम खराब हाेने और थंडरिंग हाेने पर अर्थ फाॅल्ट आना तय हैं। ऐसे में लाइन ऑटाेमेटिक ट्रिप कर जाती हैं। डीवीसी की सप्लाई बंद हाे जाती हैं। बाद में उसे दुरुस्त किया जाता हैं। इस प्राेसेस में लगभग आधे घंटे का समय लग जाता हैं।

पानी पहुंचने में लगते हैं 6 घंटे, इसलिए परेशानी

एई राहुल प्रियदर्शी ने बताया कि मैथन से धनबाद स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी पहुंचने में लगभग 6 घंटाें का वक्त लगता है। इस दाैरान इंटेकवेल का माेटर लगातार चलता हैं। आधे घंटे की कटाैती हाेने पर पाइपलाइन का पानी वापस मैथन की ओर आने लगता हैं। यही वजह है कि घंटाें बिजली कटाैती हाेने से समय पर पानी नहीं पहुंच पाता है।

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