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महाराष्ट्र, केरल समेत कई राज्याें में काेराेना संक्रमण फिर तेजी से बढ़ रहा है। नए स्ट्रेन सामने आ रहे हैं। कई शहराें में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है और फिर से लाॅकडाउन की आशंका भी जताई जा रही है। झारखंड समेत अन्य राज्याें काे भी अलर्ट किया गया है। लेकिन, खतरे के प्रति हम बेपरवाह बने हुए हैं।
शहर के बाजाराें, अस्पतालाें, शिक्षण संस्थानाें समेत तमाम सार्वजनिक जगहाें पर न ताे लाेग मास्क लगा रहे हैं और न ही साेशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहे हैं। संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की ओर से जारी गाइडलाइनाें का हर जगह उल्लंघन हाे रहा है। लेकिन, यह लापरवाही हम पर भारी पड़ सकती है। क्याेंकि काेराेना अभी गया नहीं है, बल्कि नए स्ट्रेन के साथ फिर तेजी से पैर पसार रहा है।
कुछ महीनाें पहले तक धनबाद में संक्रमिताें की पहचान के लिए बड़े पैमाने पर जांच हो रही थी। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग अभियान चला रहे थे। मगर काफी दिनाें से दिनभर में महज 100 से 200 सैंपल ही लिए जा रहे हैं, जबकि जिले में राेजाना 1.5 हजार से अधिक सैंपलाें की जांच के इंतजाम हैं। जिला प्रशासन से जारी आंकड़ाें के अनुसार, आरटीपीसीआर और ट्रूनेट से 150-150 सैंपलाें की ही जांच हाे रही है। आरएटी किट से ताे महज 15-20 सैंपलाें की जांच की जा रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, जिले के सीमावर्ती क्षेत्राें में स्पेशल ड्राइव भी बंद हाे गया है।
बढ़ाई जाएगी जांच, शिक्षण संस्थानाें काे देंगे नाेटिस: डीसी
डीसी उमाशंकर सिंह ने कहा कि काेराेना के नए स्ट्रेन के प्रति जिला प्रशासन अलर्ट है। प्रभावित राज्याें से आनेवालों पर नजर रखी जा रही है। जरूरत पड़ने पर रेलवे स्टेशन और जिले की सीमाओं पर फिर जांच शुरू की जाएगी। शिक्षण संस्थानाें काे अापदा प्रबंधन विभाग की ओर से नाेटिस जारी कर नियमाें का कड़ाई से पालन करने को कहा जाएगा। सबको सतर्क रहना हाेगा। सब मास्क लगाएं, साेशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।
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