14 लोगों की मौत पर झारखंड हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट:फायर सेफ्टी ऑडिट के निर्देश; धनबाद में एक साथ 8 शवों का हुआ अंतिम संस्कार

धनबाद4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

आशीर्वाद अपार्टमेंट में हुए अग्निकांड पर आज झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई एक्टिंग चीफ जस्टिस और जस्टिस दीपक रौशन की खंडपीठ में हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने राज्य सरकार सवाल किया कि अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई की गई है। नगर विकास सचिव को अदालत ने इस मामले में जवाब देने को कहा है।

हाइकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए मौखिक टिप्पणी की। कहा यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी जांच होनी चाहिए। इस पर महाधिवक्ता राजीव रंजन की ओर से बताया गया कि मामले की दो कमिटियां जांच कर रही हैं।

अदालत ने राज्य में फायर सेफ्टी से जुड़े मानकों की समीक्षा का भी निर्देश दिया है। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए 17 फरवरी की तारीख मुकर्रर की है।

धनबाद अग्निकांड में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को बस्ताकोला गौशाला मुक्तिधाम में एक साथ 8 चिताएं जलीं। शव इतनी बुरी तरीके से जल चुके थे कि उन्हें पहचान पाना मुश्किल था। शमशान घाट पर जो भी मौजूद था सभी की आंखें नम थीं। परिवार के लोग अब आगे के रीति रिवाज की तैयारी कर रहे हैं।

बस्ताकोला गौशाला मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार।
बस्ताकोला गौशाला मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार।

गुरुद्वारा के पास जब स्वाति की मां का शव पहुंचा, तो पूरे इलाके में मातम पसर गया। गुरुद्वारे के पास ही सारे नियम किए गये इसके बाद अंतिम यात्रा बस्ताकोला गौशाला मुक्तिधाम के लिए निकली थी।

अस्पताल से ही शुरू हो गई थी अंतिम यात्रा

अस्पताल से ही अंतिम यात्रा की शुरुआत हो गई थी। यहीं से कई शव सीधे श्मशान घाट ले जाए गए। पीएमसीएच के बाहर शव को ले जाने की तैयारी पूरी कर ली गई थी।

अंतिम संस्कार के लिए बांस और दूसरे सामानों को पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर ही रखा गया था। पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर शव को ले जाने के लिए गाड़ियां खड़ी थी।

अंतिम यात्रा में इस्तेमाल होने वाले सामान को भी पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर रख दिया गया है। सबसे अंतिम में मां का शव पहुंचा।

अस्पताल से ही अंतिम यात्रा की शुरुआत हो गई।
अस्पताल से ही अंतिम यात्रा की शुरुआत हो गई।

हाईकोर्ट में हुई सुनवाई, महाधिवक्ता को उपस्थित रहने का आदेश
झारखंड हाईकोर्ट ने धनबाद आशीर्वाद टावर हादसे में स्वत: संज्ञान लिया। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई।

हाइकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया है,. एक्टिंग चीफ जस्टिस अपरेश कुमार सिंह और जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ ने बुधवार को मीडिया में आई खबर को गंभीरता से लेते हुए स्वत: संज्ञान लिया।

इसमें महाधिवक्ता को उपस्थित रहने का आदेश दिया गया था। इस मामले की बेहतर जानकारी के लिए अखबार की प्रति मंगाई गई है जिसमें इस घटना के संबंध में कवरेज है।

शमशान घाट पर मौजूद हर शख्स की आंखें नम थी।
शमशान घाट पर मौजूद हर शख्स की आंखें नम थी।

फॉरेंसिक टीम कर रही है जांच
दूसरी तरफ फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर सैंपल इकट्ठा किया है। बताया जा रहा है कि आज भी टीम इस इमारत के कई हिस्सों से सैंपलिंग का काम करेगी। जिस फ्लैट में आग लगी थी उसके मालिक की मौजूदगी में फ्लैट को खंगाला गया। आग लगने के मुख्य कारण का पता लगाया जा रहा है।

सैंपल इकट्ठा करती फॉरेंसिक टीम।
सैंपल इकट्ठा करती फॉरेंसिक टीम।

कौन- कौन मारा गया, रिश्ते में कौन क्या लगाता है
इस हादसे में मारे गये लोगों के शव की पहचान करना काफी मुश्किल था। कुछ शव बुरी तरह जल गये थे. उनकी पहचान गहनों तथा कपड़ों के आधार पर परिजनों ने की है। मृतकों में सुबोध लाल श्रीवास्तव के पिता विजय लाल (70), पत्नी माला देवी (40), झरिया निवासी उनकी मामी पुतुल देवी (60), गौरी देवी (58), जरीडीह बोकारो की भाभो बेबी देवी (40), साली नवादा की आशा देवी (39), साले की सास बोकारो की सुनीता देवी, पत्नी की बड़ी बहन की नतिनी इटखोरी निवासी श्रेया (7), रिश्ते में साली बोकारो की सविता देवी (38), साली का बेटा अमन कुमार (7), हजारीबाग की चाची सुशीला देवी (49), जरीडीह बेरमो की चाची बिंदा देवी (65), दामाद की चाची की पोती तन्वी राज (3) के अलावा झरिया की सुशीला देवी व बालिडीह बोकारो की सविता देवी की मौत हो गई।

मुआवजे का किया गया ऐलान

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस हादसे में मारे गये लोगों के लिए चार-चार लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो-दो लाख रुपए और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

इससे जुड़ी कुछ अन्य खबरें भी पढ़िए...

आशीर्वाद अपार्टमेंट के लोगों ने गुरुद्वारे में ली शरण:3 दिनों से एक ही कपड़े में लोग; खाना तो बन रहा है, लेकिन भूख नहीं

धनबाद अग्निकांड में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। कई घायलों का इलाज जारी है। आगजनी के बाद पूरे आशीर्वाद अपार्टमेंट को प्रशासन की ओर से खाली करा दिया गया। जिन्हें जहां जगह मिली वे वहां चले गए। जिन्हें कहीं ठिकाना नहीं मिला उन्होंने गुरुद्वारे में शरण ली है।

सभी मंगलवार की रात से ही गुरुद्वारे में हैं। दैनिक भास्कर की टीम इस गुरुद्वारे पहुंची तो लोग उन्हीं कपड़ों में मिले जो उन्होंने 3 दिन पहले शादी में पहने थे। लोगों का कहना है खाना तो यहां मिल रहा है, लेकिन भूख ही नहीं लगती। पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करिए