रांगाटांड़ रेलवे काॅलाेनी में ऑटाे चालक राम प्रवेश राउत (50) ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसके शव के पास से सुसाइड नोट बरामद किया है। इसमें रामप्रवेश ने लिखा है कि मेरा बड़ा बेटा रजनीश हमेशा चार पहिया गाड़ी और 20-50 लाख रुपए की मांग करता था।
कहता है कि अब तक आपने क्या किया? न घर बनाया और न पैसा रखा...। बेटा आठ साल से कुछ नहीं करता। घर में हमेशा झगड़ा करता है। मैं ऑटाे चलाकर परिवार की देखभाल करता हूं, लेकिन वह कभी ठीक से बात तक नहीं करता। इसलिए मौत को गले लगा रहा हूं।
बड़ा बेटा पूछता है-डॉक्टर-इंजीनियर क्यों नहीं बनाया
सुसाइड नोट में रामप्रवेश ने लिखा है कि हमने बहुत दिक्कत से बच्चाें काे पढ़ाया, लेकिन बड़े बेटे को यह अहसास नहीं है। वह पूछताा है कि हमें डाॅक्टर या इंजीनियर क्यों नहीं बनाया। इसी कारण वह कुछ नहीं कर पाया। समय कभी हमारा मजबूत नहीं हुआ। बता दें कि रामप्रवेश के दाे बेटे, एक बेटी हैं। बड़े बेटे का नाम रजनीश व छाेटे का राहुल है। बेटी की शादी हाे चुकी है। रजनीश भिश्तीपाड़ा में प्रिंटर से नकली नाेट छापने के जुर्म में पकड़ा गया था। हाईकाेर्ट से उसे जमानत मिली है। इसके लिए रामप्रवेश को काफी खर्च करना पड़ा था।
बेटे ने कहा- सुसाइड नोट में पिता की लिखावट नहीं
सुसाइड नाेट के बारे में मृतक रामप्रवेश के बड़े बेटे रजनीश ने पुलिस से कहा कि सुसाइड नोट की लिखावट उनके पिता की नहीं है। उसे आशंका है कि उसके पिता की हत्या की गई है। इधर, स्थानीय लाेगाें का कहना है कि आत्महत्या करने से पहले रामप्रवेश ने छाेटे बेटे काे फाेन कर अपनी मां का ख्याल रखने काे कहा था। पुलिस ने कहा कि पाेस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद माैत के कारणाें का खुलासा होगा।
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