सीएम हेमंत सोरेन की दो टूक:खतियान आधारित स्थानीय नीति रोकने की साजिश, पर लागू करके रहेंगे

दुमका4 महीने पहले
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दुमका में झामुमो के 44वें स्थापना दिवस काे झारखंड दिवस के रूप में मनाया गया। - Dainik Bhaskar
दुमका में झामुमो के 44वें स्थापना दिवस काे झारखंड दिवस के रूप में मनाया गया।

दुमका में झामुमो के 44वें स्थापना दिवस काे झारखंड दिवस के रूप में मनाया गया। शहर में गुरुवार को विशाल रैली निकाली गई। एसपी कॉलेज मैदान से करीब 3 किमी पैदल यात्रा कर रैली मुख्य आयोजन स्थल गांधी मैदान पहुंची। रैली का नेतृत्व राजमहल सांसद विजय हांसदा, दुमका विधायक, झारखंड युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत सोरेन और लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने किया। माैके पर सीएम हेमंत साेरेन ने कहा कि झारखंडियाें काे लाभ मिल सके इसलिए हमने 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाई। लेकिन इसे राेकने के लिए ताकतें सक्रिय हाे गई हैं।

साजिश रची जा रही है। ऐसी ताकतें झारखंडवासियाें काे अब भी बाेका समझती हैं, पर अब बाेका ऐसे लाेगाें काे साेंटेगा। सरकार हर हाल में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करेगी। इसके बाद ही झामुमाे दम लेगा। शिबू साेरेन ने कहा कि विपक्ष की साजिशाें काे समझें और जवाब दें।

झारखंड में सीएए व एनआरसी खारिज करने सहित 47 प्रस्ताव को झामुमो ने पास किया

स्थापना दिवस पर एसपीटी व सीएनटी एक्ट को सख्ती से लागू करने की मांग रखी गई। दुमका में उच्च न्यायालय खंडपीठ की स्थापना, सीएए और एनआरसी को खारिज करने, ओबीसी आरक्षण को लागू करने, सभी विद्यालयों में संथाली, बांग्ला व क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई शुरू करने, तृतीय-चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के पद को स्थानीय लाेगाें के लिए आरक्षित करने सहित 47 प्रस्ताव पारित किए गए। खतियान आधारित स्थानीय नीति को लागू कराने की मांग दोहराई गई। हेमंत ने कहा कि खतियान आधारित बिल को राज्यपाल के लौटाए जाने के मामले काे पार्टी ने गंभीरता से लिया है।

ये प्रमुख प्रस्ताव भी पारित

स्थानीय भाषाओं को द्वितीय राजभाषा का सम्मान दिया जाए। झारखंड आंदोलनकारियों के आवेदनों को अविलंब निपटारा हाे। अल्पसंख्यक वित्त निगम का शीघ्र गठन किया जाए। पूर्ण नशाबंदी लागू की जाए। दुमका को पूर्णरुपेण उप राजधानी का दर्जा दिया जाए। दुमका में अविलंब मिनी सचिवालय का निर्माण हो। मदरसा बोर्ड का गठन हाे। आलिम व फाजिल डिग्री को नियुक्तियों में मान्यता दिया जाए।