मनरेगा कर्मचारी संघ के लोगों ने जिले में कार्यरत मनरेगा कर्मियों को गृह प्रखंड या विशेष परिस्थिति में अनुमंडल स्तर पर स्थानांतरण करने सहित चार सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। धरना के बाद उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा गया।
मौके पर वक्ताओं ने कहा कि अखिल भारतीय मनरेगा कर्मचारी संघ और झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के निर्देश पर धरना का आयोजन किया गया है। इसमें केंद्र सरकार से सेवा नियमितिकरण, वेतनमान व समान काम के समान वेतन सहित अन्य मांगें की गई है। वहीं जिला स्तर पर चार सूत्री मांगें शामिल हैं।
वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से हमलोगों से काम लिया जाता है। उसके मुताबिक हमलोगों को वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है। क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करते हुए हमलोग काम करते हैं। बावजूद सरकार की हमलोगों की तरफ ध्यान नहीं है। हम लोग पूरी तरह से उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। संघ के लोगों ने मांगें पूरी नहीं होने पर आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन तेज करने की भी चेतावनी दिया है।
जिला स्तरीय अन्य मांगों में सामाजिक अंकेक्षण वित्तीय वर्ष 2020-21 को पंचायत स्तरीय जन सुनवाई में निष्पादित मामले को वैद्य मानने, जिले में संचालित मनरेगा की योजना में मनरेगा कर्मियों से ही काम कराने, मनरेगा का कार्य 15वें वित्त के कनीय अभियंता से नहीं कराने, सामाजिक सुरक्षा ईपीएफ कटौती आदि से संबंधित मांगें शामिल है।
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