प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत यक्ष्मा मरीजों को गोद लेकर निजी खर्च से अतिरिक्त पोषक आहार प्रदान करने के लिए कई लोग हाथ बढ़ा रहे हैं। गोद लेने वाले व्यक्ति नि:क्षय मित्र कहलाते हैं। इस अभियान से जिले के कई टीबी मरीजों को मदद मिलने लगी है। जिले के सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा.अनिल कुमार ने एमडीआर टीबी के चार मरीजों तथा डीपीएम प्रवीण कुमार सिंह ने एमडीआर टीबी के दो मरीजों को गोद लिया है।
उन्होंने निजी खर्च से उक्त मरीजों को अतिरिक्त पोषक आहार के रुप में फूड बास्केट प्रदान किया। सिविल सर्जन व डीपीएम ने गोद लिए टीबी मरीजों को बताया कि इलाज की अवधि तक उन्हें अतिरिक्त पोषक आहार के लिए फूड बास्केट मिलता रहेगा। सिविल सर्जन ने कहा कि वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टीबी के इलाजरत मरीजों को गोद लेकर व्यक्तिगत खर्च से खाद्य पदार्थ मुहैय्या कराने की मुहिम चलाई जा रही है। सिविल सर्जन ने कहा कि निक्षय पोषण योजन के तहत दवा चलाने के क्रम में मरीज को पांच सौ रुपये की राशि सरकार स्तर से दी जाती है।
इसके अलावा टीबी मरीजों को गोद लेकर अतिरिक्त पोषक आहार निजी खर्च से दिया जा रहा है। बताते चलें कि यक्ष्मा प्रभाग के डीपीसी डा.पुरुषेश्चर मिश्र, मेराल के एसटीएस सुनील पांडेय, श्री बंशीधर नगर के सुनील ठाकुर व रंका के एलटी खालिद अनवर ने एक-एक टीबी मरीज तथा एसटीएलएस अरविंद कुमार अग्रवाल ने दो टीबी मरीजों को गोद लेकर फूड बास्केट प्रदान किया है। मौके पर पीपीएम नुरुल्लाह अंसारी, डीपीएस जीतेंद्र कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।
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