हजारीबाग के अनुज्ञप्ति प्राप्त विदेशी शराब दुकान बंद हैं। शहर में मात्र दो दुकानाें में पुराने स्टॉक वाली कुछ ब्रांड बिक रही है। हजारीबाग जिले में शराब थोक कारोबारी योगेंद्र तिवारी एंड सिंडिकेट की शराब दुकानों में पहुंचता था।
योगेंद्र तिवारी के ईडी केस में फंसने के बाद दुकान में आपूर्ति ही नहीं हो रही है। उत्पाद विभाग के अधिकृत चैनल से प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण शहर में शराब नहीं आ रही है लेकिन हजारीबाग में सभी ब्रांड के शराब अघोषित दुकानदार के माध्यम खूब बिक रहे हैं।
हजारीबाग में आसनसोल धनबाद के रास्ते शहर में पश्चिम बंगाल में बिकने वाली शराब पहुंच रही है। बंगाल से आनेवाली शराब की कीमत झारखंड में बिकने वाली शराब से कम है। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि झारखंड में जॉनी वॉकर रेड लेबल की फुल बोतल की एमआरपी 2700 रुपए है। बंगाल में इसी बोतल पर एमआरपी 1300 रुपए है।
वैट 69 की बोतल की झारखंड में कीमत 1800 और बंगाल में 1200 है। शराब बिक्री से जुड़े लोगों के अनुसार आसनसोल से हर दिन शराब हजारीबाग आ रही है। अधिकृत चैनल से शराब नहीं मिलने से नकली शराब का कारोबार करने वाले फल फूल रहे हैं। हजारीबाग के दुकान में बोतल पर प्रिंट रेट से अधिक ओवर राइटिंग कर दी शराब बेची जा रही है।
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