दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। 6 अक्टूबर को महालया के साथ दुर्गा पूजा की शुरुआत हो जाएगी। पितृपक्ष के कारण रुके सभी मांगलिक कार्य बुधवार से शुरू होंगे। इसी दिन मां दुर्गा की प्रतिमा पर रंग चढ़ेगा व (चक्षु दान) उनकी आंखें बनाई जाएंगी। बुधवार को अमावस्या नहीं मिलने से 5 अक्टूबर की शाम 7.30 बजे पूजा शुरू होगी। 6 अक्टूबर की सुबह चंडीपाठ भी होगा। महालया से देवी दुर्गा का आगमन धरती पर होता है।
बंगाली समुदाय में महालया का विशेष महत्व है। बुधवार को सुबह में बंगाली समुदाय के हर घर में शंख ध्वनि गूंजेगी। मंदिरों में 12 रात्रि बजे से चंडी पाठ हवन का आयोजन होगा। पंडित मोहित मुखर्जी के अनुसार, महालया के दिन मूर्तिकार मां की आंख बनाते हैं। महालया जैसे शुभ दिन में मां की आराधना जरूर करें। प्रात: काल 5 बजे स्नानादि कर शंख ध्वनि से मां का आह्वान करें। फिर पूजा-आरती कर धरती पर मां का स्वागत भक्ति भाव के साथ करें। इसके साथ ही शहर में तैयारियां और जोरों से शुरू हो जाएंगी।
आकाशवाणी पर प्रसारित होगा महिषासुर मर्दिनी
आकाशवाणी पर 6 अक्टूबर को सुबह 4.20 बजे वीरेंद्र कृष्ण भद्र की आवाज में महिषासुर मर्दिनी का विशेष प्रसारण होगा। आकाशवाणी के प्राइमरी चैनल 102.4 व विविध भारती 100.8 मेगाहर्ट्ज पर प्रसारण होगा।
महालया के दिन पितरों का किया जाता है तर्पण
महालया के दिन पितरों को अंतिम विदाई दी जाती है। पितरों को दूध, तिल, कुशा, पुष्प व गंध मिश्रित जल से तृप्त किया जाता है। इस दिन पितरों की पसंद का भोजन बनाया जाता है और विभिन्न स्थानों पर चढ़ाया जाता है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.