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शहर की सामाजिक संस्था पटेल महापरिवार ने नए साल पर समाज को जोड़ने और वर्षाें से चली आ रही कुप्रथाओं को दूर करने का निर्णय लिया है। महापरिवार के कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा- हमने वक्त के साथ समाज के लोगों की सोच बदलने की दिशा में पहल की है। बेटियाें काे सम्मान और शिक्षित करने के साथ ही समाज मेें विधवाओं को शुभ कार्यों में शामिल होने की छूट देने और मृत्युभोज जैसी कुप्रथाओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
एक सप्ताह में महापरिवार के सदस्यों की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिए जाने की संभावना है। काेराना महामारी के चलते इस बार पारिवारिक मिलान समारोह नहीं हाेगा। इसके बदले छाेटे स्तर पर वरिष्ठ सदस्याें की बैठक हाेगी। इसमें शहर के पटल परिवार को एक मंच पर लाने की कोशिश हाेगी।
समाज में तीन नियमावली जोड़ने का लिया जाएगा निर्णय
शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि कई समाजाें में विधवाओं के हाथों शुभ कार्य नहीं कराने की प्रथा है। तर्क दिया जाता है कि इससे अनिष्ट की आशंका रहती है। लेकिन बदलते वक्त के साथ लोगों की सोच भी बदलने लगी है। समाज समझने लगे हैं कि ऐसी कुप्रथाओं का खात्मा जरूरी है। इसी साेच के तहत पटेल महापरिवार ने अपनी सामाजिक नियमावली में तीन नए नियम जोड़ने का निर्णय लिया है। इसमें पहला विधवाओं को सभी मांगलिक कार्यों में शामिल होने, दूसरा मृत्युभोज की अनिवार्यता खत्म करने और तीसरा बेटियों को सम्मान के साथ शिक्षित करना शामिल है।
लोग चाहें तो पूर्वजों के निमित्त कुछ लोगों को भोजन करा सकते
कार्यकारी अध्यक्ष ने अनुसार, मृत्युभोज कराने की अनिवार्यता समाप्त करने की पहल शुरू कर दी गई है। लोग चाहें तो पूर्वजों के निमित्त सीमित पैमाने पर कुछ लोगों को भोजन करा सकते हैं। समाज के सत्येंद्र चौधरी, मुकेश सिंह, संजय सिंह, विश्राम प्रसाद, वैद्यनाथ कुमार, मुकेश करण, संजय सिंह आदि लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
पॉजिटिव- आज जीवन में कोई अप्रत्याशित बदलाव आएगा। उसे स्वीकारना आपके लिए भाग्योदय दायक रहेगा। परिवार से संबंधित किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर विचार विमर्श में आपकी सलाह को विशेष सहमति दी जाएगी। नेगेटिव-...
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