वर्ष 2022 में आरपीएफ ने देश भर में 7.37करोड़ की रेलवे से चोरी की सम्पति जब्त की तथा 11268 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यहां आरपीएफ द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि वर्ष 2022 के दौरान, आरपीएफ कर्मियों द्वारा 17,756 बच्चों को बचाया गया।
194 तस्करों की गिरफ्तारी के साथ 559 लोगों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया गया। ऑपरेशन नार्कोस के तहत, आरपीएफ ने 1081 अपराधियों को गिरफ्तार किया और लगभग 80 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए।
2004 से रेलवे यात्रियों की सुरक्षा की मिली थी जिम्मेवारी
आरपीएफ 2004 से रेलवे यात्री क्षेत्र और रेल यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई। रेल यात्रियों, यात्री क्षेत्र और रेल संपत्ति की रक्षा करने, यात्री यात्रा और सुरक्षा को सुविधाजनक बनाने में अपराधियों के खिलाफ निरंतर लड़ाई, महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकने के लिए सतर्क रहती है और रेलवे क्षेत्रों में पाए जाने वाले निराश्रित बच्चों के पुनर्वास के लिए उचित कार्रवाई करती है।
ऑपरेशन रेल सुरक्षा के तहत, रेलवे संपत्ति की चोरी के 6492 मामले दर्ज किए, जिसमें रेलवे संपत्ति की चोरी हुई 11268 रुपये की वसूली की गई। ऑपरेशन मातृशक्ति के तहत गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म में सहायता प्रदान करते हुए, विशेष रूप से महिला आरपीएफ कर्मियों, ने ऑपरेशन मातृशक्ति के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव में मदद की। ऐसे 209 बच्चों के जन्म में मदद की।
ऑपरेशन सेवा में की गई यात्रियों काे सहायता
ऑपरेशन सेवा के तहत बीमार, घायल, विशेष रूप से अक्षम व्यक्तियों की सहायता की। इस ऑपरेशन के तहत आरपीएफ कर्मी बुजुर्ग नागरिकों, महिलाओं, शारीरिक रूप से अक्षम और बीमार/घायल व्यक्तियों को ट्रेनों और उससे जुड़ी सेवाओं के माध्यम से उनकी यात्रा में सहायता की।
वर्ष के दौरान, आरपीएफ द्वारा ऐसे 37000 से अधिक व्यक्तियों की सहायता की गई। ऑपरेशन "सतर्क" के तहत वर्जित/अवैध माल की ढुलाई के खिलाफ कार्रवाई की गई।
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