नरेश ने कहा:15 वर्षों से सरकार मनरेगा कर्मियों की कर रही है उपेक्षा

जामताड़ा2 महीने पहले
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मनरेगा कर्मचारी संघ जामताड़ा इकाई के द्वारा राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत एक दिवसीय धरना प्रदर्शन समाहरणालय के समीप किया गया। जिसमें जिले के सभी मनरेगा कर्मी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता एवं रोजगार सेवक उपस्थित थे।

जिलाध्यक्ष नरेश कुमार सिन्हा ने बताया कि हम लोग वर्ष 2007 से मनरेगा में कार्य करते आ रहे हैं। कई प्रकार की समस्याओं को झेलते हुए 15 वर्ष पूरा होने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा कोई लाभ नहीं दी गई। इन 15 वर्षों के दरमियान हम लोगों ने कई बार राज्य सरकार एवं ग्रामीण मंत्रियों मुख्यमंत्रियों तथा राज्यपालों से अपनी समस्याओं को बताया परंतु इन पदाधिकारियों ने हम लोगों की मुख्य समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया।

इन 15 वर्षों में कई मनरेगा कर्मी की मृत्यु भी हो गई परंतु उनके परिवारों को कोई सहायता नहीं मिला ना ही रोजगार का कोई साधन ही दी गई मृत मनरेगा कर्मियों के परिवार बिखर चुके हैं अगर हम मनरेगा कर्मियों की सेवा सरकार नियमतिकरण देती तो आज उन परिवारों के सदस्यों को कई प्रकार की सरकारी लाभ के तहत अनुकंपा पर नौकरियां भी मिलती और उनके परिवार बिखरने से बच जाती। गठबंधन की सरकार ने चुनाव के पहले कई वादे किए थे।

सेवा नियमितीकरण करने की मांग की गई
जिलाध्यक्ष ने कहा कि देश के चार लाख मनरेगा कर्मियों की सेवा नियमितकरण वेतनमान एवं अन्य सर्विस बेनीफिट का प्रावधान करने के लिए केंद्र की सेवा शर्त नियमावली बनाया जाए।

मौके पर तापस मंडल, निखिल शाह, तरुण कुमार मंडल, अमरेंद्र सिंह, ऋषि राज, सरिता मिंज, मामूनी हेंब्रम, नंदकिशोर कुमार, राजेश, दिलीप कुमार पांडे, अमर बाध्यकर, मेघ लाल रजक, कासिम, राधेश्याम, जुगल किशोर पंडित, बुधिधर आदि उपस्थित थे।

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