वार्षिक साख योजना:1200 करोड़ के लोन देने का है लक्ष्य, अब तक 827 करोड़ ही बांटे गए

कोडरमा2 महीने पहले
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वार्षिक साख योजना अंतर्गत बैंकों के मार्फत किसानों शिक्षित बेरोजगार युवकों, सहित अन्य जरूरतमंदों को लोन उपलब्ध कराने के लिए संचालित योजना अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष के लिए कुल 12 सौ करोड़ के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध दिसंबर माह तक 827 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए गए हैं . जिसका प्रतिशत लगभग 69% है।

योजना अंतर्गत कृषि कार्य से जुड़े किसानों को केसीसी के माध्यम से चालू वित्तीय वर्ष में कुल 43,680 किसानों के बीच कुल 291 करोड रुपए के ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया था। मगर पिछले 9 माह के दौरान 48 करोड़ का ऋण 21 हजार 12 किसानों को अब तक उपलब्ध कराए गए हैं ।

जो कुल लक्ष्य का 16% है। इसके अलावा बैंकों के मार्फत युवाओं को उच्चतर शिक्षा के लिए ऋण उपलब्ध कराने के निर्धारित कुल 17 करोड़ 83 लाख के विरुद्ध अब तक 2 करोड़ 51 लाख का लोन 160 छात्रों को उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा प्राथमिक क्षेत्र में कुल 950 करोड़ के लोन उपलब्ध कराने के लक्ष्य के विरुद्ध 525 करोड़ ऋण का वितरण कृषि के अलावा हाउसिंग एवं एमएसएमई के क्षेत्र में किया गया है।

इसके अलावा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना अंतर्गत शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले ऋण अंतर्गत कुल लक्ष्य 165 के विरुद्ध अब तक 79 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए एक करोड़ 76 लाख रुपए का ऋण उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा मुद्रा लोन के तहत शिशु किशोर एवं तरुण योजना अंतर्गत 13422 लोगों को उद्योग धंधों के लिए लगभग 100 करोड़ रूपए का ऋण उपलब्ध कराए गए हैं।

वही महिला समूह को बैंक से लिंकेज कर उन्हें ऋण उपलब्ध कराने को लेकर अब तक 1668 महिला समूहों को 28 करोड़ 66 लाख रुपए का ऋण उपलब्ध कराया गया है। जानकारी देते हुए एलडीएम अजय कुमार राणा ने बताया कि कृषि क्षेत्र में अब तक हुए कम लोन के वितरण को पूरा करने के लिए सभी बैंकों को निर्देश जारी किया गया है।

21,000 किसानों के 168 करोड़ रुपए एनपीए

एडीएम ने बताया कि पूर्व में केसीसी योजना अंतर्गत किसानों को उपलब्ध कराए गए ऋण अब तक लौट आए नहीं गए हैं। इसके तहत 21000 किसानों पर लगभग 168 करोड रुपए का लोन बकाया है जो फिलहाल एनपीए हो चुका है । उन्होंने बताया कि शिक्षा ऋण के लिए अब तक जितने भी आवेदन आए हैं उन सबों की स्वीकृति दी गई है।

एडीएम ने बताया कि वित्तीय समावेशन के तहत जिले में 3000 आबादी वाले सभी क्षेत्रों में बैंक की शाखाएं खोली जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि पीएम एफएमबी योजना अंतर्गत खाद्य संस्करण से संबंधित उद्योग स्थापित करने को लेकर 35 परसेंट के अनुदान पर ऋण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब तक मात्र एक लोन की स्वीकृति डोमचांच बीओआई द्वारा दी गई है। चालू वित्तीय वर्ष में 25 लोगों को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित है।

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